Remedy for viral fever: बदलते मौसम में बुखार का अचूक उपाए

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Remedy for viral fever: मौसम बदल रहा है, सर्दी जा रही है और गर्मी आने वाली है। इस दौरान मौसम में बदलाव का असर शरीर पर बहुत अधिक पड़ता है। इस दौरान सर्दी जुकाम के अलावा बुखार चपेट में ले लेता है। फिलहाल वायरल फीवर बहुत तेज़ी से फैला हुआ है। फिलहाल इम्यूनिटी के कमज़ोर होने से आदमी हो या कोई बच्चा इस बीमारी की चपेट में आकर कई परेशानियों से घिरा हुआ हैं। कई बार ये बुखार बहुत दिनों तक आदमी को बीमार रखता है। इसकी चपेट में आकर आदमी पूरी तरह से कमजोर हो जाता है। लेकिन घबराने की जरुरत नहीं है। आयुर्वेद में बुखार की एक अचूक दवा है भुना नमक। किसी भी तरह के बुखार में इसका उपयोग लाभ पहुंचाता है। हालांकि इसके इस्तेमाल से पहले किसी आयुर्वेदाचार्या से जरुर सलाह लें।

भुना नमक बनाने की विधि

खाने मे इस्तेमाल आने वाला सादा नमक लेकर उसे तवे पर डालकर धीमी आंच पर सेकें। अगर हो सके तो सेंधा नमक का इस्तेमाल किया जाए। जब इसका रंग कॉफी जैसा काला भूरा हो जाए तो उतार कर ठंडा होने दें। ठंडा हो जाने पर एक शीशी में इसको भरकर रख लें। जब आपको लगे कि बुखार आ सकता है तो बुखार आने से पहले एक चाय का चम्मच एक गिलास गर्म पानी में मिलाकर पी लें। जब आपका बुखार उतर जाए तो एक चम्मच नमक एक बार फिर से लें। ऐसा करने से आपको बुखार नहीं आएगा।

विशेष :-

  • हाई ब्लडप्रेशर के रोगियों को इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
  • यह प्रयोग एक दम खाली पेट किया जाना चाहिए, इसके बाद थोड़ा समय तक कुछ खाना नहीं चाहिए और ध्यान रखा जाना चाहिए कि रोगी को ठंड न लगे।
  • अगर रोगी को प्यास ज्यादा लगे तो उसे पानी को उबालकर उसे ठंडा करके दें।

सादा बुखार

अगर सादा बुखार किसी व्यक्ति को आता रहता है तो उसमें उपवास अत्यधिक लाभदायक है। उपवास के बाद पहले थोड़े दिन मूँग लें फिर सामान्य खुराक शुरु कर दें। महाऋषि चरक ने लिखा है कि बुखार में दूध पीना सांप के जहर के समान है, इसलिए दूध का सेवन न करें।

सोंठ, तुलसी, गुड़ एवं काली मिर्च का 50 मि.ली काढ़ा बनाकर उसमें आधा या 1 नींबू निचोड़कर पीने से भी सादा बुखार मिटता है।

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