Rajasthan: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) जहां नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi Government) के राज में बेरोज़गारी बढ़ने का आरोप लगा रहे हैं, लेकिन दूसरी ओर कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार राजस्थान (Rajasthan CM Ashok Gahlot ) में आयुर्वेद चिकित्सकों (Ayurveda Doctors) के 800 खाली पड़े पदों को भरने से बच रही है। जबकि चुनाव के दौरान कांग्रेस ने इस पदों को भरने का वादा किया था। इन पदों को भरने को लेकर राज्य में आयुर्वेद चिकित्सकों को एक बड़ा आंदोलन भी चल रहा है।
संविदा आयुर्वेद चिकित्सक एसोसिएशन राजस्थान के बैनर तले चल रहे इस आंदोलन में सभी आयुर्वेद संविदा चिकित्सकों को परमानेंट करने की मांग तेज़ी पकड़ती जा रही है। इसको लेकर चल रहे आंदोलन को 134 दिन पूरे हो चुके हैं, लेकिन राज्य सरकार ने अभी तक इस मांग पर कार्रवाई नहीं की है। हालांकि अगर ये मांग एलोपैथी वाले चिकित्सक उठाते तो उनके साथ पूरी मेडिकल लॉबी साथ हो जाती।
आयुर्वेद चिकित्सक श्याम सुंदर शर्मा ने आंदोलन के 134 दिन पूरा होने पर कहा कि आखिर कब तक हम संविदा का दंश झेलते रहेंगे। हम लगातार इस भयंकर गर्मी में आयुर्वेद निदेशालय के बाहर बैठ हुए हैं। हम शांतिपूर्ण गांधीवादी तरीके से धरना दे रहे हैं। सरकार को जन घोषणा पत्र का पालन करना चाहिए और सभी संविदा चिकित्सकों को नियमित करना चाहिए। बाडमेर के एक सरकारी अस्पताल में मेडिकल अधिकारी डॉ. सुमन खोखर ने सवाल उठाया है कि जब चुनाव में कांग्रेस ने वादा किया था कि वो सभी संविदा चिकित्सकों को नियमित करेंगे तो इसका पालन क्यों नहीं हो रहा। अब तो दूसरा चुनाव भी आने वाला है।