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Ayurveda in Stressful life: दिमाग को शांत रखने के लिए आयुर्वेद में है चमत्कारिक औषधी

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Ayurveda in Stressful life: आजकल की तनावपूर्ण (Stressfull) जीवनशैली मानसिक परेशानियों या रोगों (Mental Disorder) का कारण बन जाती है। इसलिए इस तनावपूर्ण जीवन से छुटकारा पाना जरुरी है। आयुर्वेद में स्वस्थ्य जीवन का आधार ही शांति को बताया गया है। आयुर्वेद में इन रोगों के लिए कुछ बहुत ही लाभदायक औषधियां (Medicine) हैं। जोकि आपके जीवन के तनाव को कम करके आपको डिप्रेशन जैसी बीमारियों से दूर तो रखेगी ही बल्कि आपके दिमाग को भी चुस्त और तंदरूस्त बना देगी।
डॉ. कृतिका के मुताबिक जब किसी विपरीत घटना या परिस्थिति को हम जरुरत से ज्यादा मन में लगा लेते हैं तो वो आगे चलकर गंभीर मानसिक रोग बन सकती है। इसके लिए जरूरी है कि हम अपनी भावनाओं को अपने काबू में रखें। इसके लिए हम ध्यान, प्राणायाम, योग और एक्सरसाइज तो करना ही चाहिए साथ ही अपने शौक भी पूरे करने चाहिए। खाने पीने में मौसम के मुताबिक खानपान रखना चाहिए। के साथ अपनी मनपसंद गतिविधियों में हिस्सा ले सकते हैं। इसके अलावा आयुर्वेद की कुछ औषधियों, जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल भी इस तरह की बीमारियों में होता है। लेकिन ये औषदियां किसी वैद्य की देखरेख में ही लेनी चाहिए।

ब्राम्ही – Brahmi
हिमालय के पहाड़ों में उगने वाली ब्राम्ही एक बहुत ही चमत्कारी जड़ी बूटी है, जोकि मानसिक तनाव को कम करके हमें विभिन बीमारियों से बचाती है। यह कॉर्टिसोल हार्मोन नाम के तत्व को कम करती है, यही वो हार्मोन है जोकि तनाव का प्रमुख कारण है। ब्राह्मी तंत्रिका तंत्र पर पॉजिटिव काम करती है मार्केट में ब्राह्मी के कई अलग-अलग तरह के उत्पाद मिलते है, जिन्हें वैद्य की देखरेख में इस्तेमाल किया जा सकता है।

अश्वगंधा – Ashwagandha
दुनियाभर में अश्वगंधा को एक चमात्कारिक औषधी के तौर पर जाना जाता है। यह अमीनो एसिड और विटामिन का एक कॉन्बिनेशन है, जोकि एक एडेप्टोजन के तौर पर काम करता है यह शरीर और ख़ासकर दिमाग को तनावपूर्ण स्थितियों के हिसाब से मज़बूत बना देता है। यह ऊर्जा और स्टेमिना को भी बढ़ाता है। जिन लोगों को नींद नहीं आती है, उन्हें वैद्य की देखरेख में अश्वगंधा लेनी चाहिए इससे नींद न आने की समस्या को दूर हो जाएगी।

भृंगराज – Bhringraj
भृंगराज को अक्सर बालों के लिए बेहतरीन औषधी बताया जाता है, लेकिन ये दिमाग के लिए भी टॉनिक की तरह काम करता है। यह बहुत ही फायदेमंद औषधि के तौर पर गिनी जाती है। आमतौर पर भृंगराज को चाय के रूप में लिया जाता है। जोकि शरीर को डिटॉक्स करती है। यह औषधि मस्तिष्क में ऑक्सीजन पहुंचाने के साथ-साथ ब्लड सरकुलेशन को भी बढ़ाती है। जिससे मस्तिष्क सक्रिय होता है। जिससे तनाव और डिप्रेशन से लड़ने में मदद मिलती है।

जटामासी – Jatamasi
जटामासी तनाव और थकान को दूर करने की आयुर्वेद की बहुत ही पुरानी और प्रसिद्ध जड़ी बूटी है। जटामासी की जड़ों का प्रयोग औषधि के तौर पर हज़ारों सालों से किया जा रहा है। यह तनावग्रस्त मस्तिष्क के लिए औषधि की तरह काम करती है। जटामासी मस्तिष्क और शरीर के जहरीले तत्वों को बाहर निकालकर तन और मन को आराम पहुंचाती है।

वच – Vacha
वच को भी आयुर्वेद में एक जादुई जड़ी बूटी माना जाता है, जोकि अलग-अलग गंभीर मानसिक बीमारियों में इस्तेमाल की जाती है। यह जड़ी बूटी मस्तिष्क में प्राकृतिक रूप से डोपामाइन (हैप्पी हार्मोन) को विकसित करनी के लिए जानी जाती है। चिकित्सक वचा को अक्सर अनिद्रा और मस्तिष्क को शांत करने के लिए देते हैं।

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