आयुर्वेद और यूनानी दवाओं (Ayurveda and Unani medicines) में स्टेराइड और अन्य प्रतिबंधित तत्व मिलने के बाद कुछ दवाओं पर वाराणसी के आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा अधिकारी डॉ. सरोज शंकर राम ने कुछ दवाओं की बिक्री पर रोक लगा दी है। इन दवाओं में हिमालय वैलनेस कंपनी (Himalaya Wellness Company) की लीव52, अक्षय आयुर्वेद भवन की बयाना प्लस कैप्सूल, डॉ. विश्वास आयुर्वेदा प्राइवेट लिमिटेड की विश्वास गुड्स कैप्सूल और न्यू रिविल शामिल हैं। इन दवाओं की जांच के बाद क्षेत्रिय आयुर्वेद एवं यूनानी चिकित्सा अधिकारी ने इन दवाओं पर रोक लगा दी है।
आयुर्वेद एंव यूनानी दवाओं में मिलावट की खबरों के बाद क्षेत्रिय अधिकारी ने इन दवाओं के नमूने लिए थे और सेंपल फेल होने के बाद इन दवाओं की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया है। क्षेत्रीय जिला अधिकारी डा सरोज शंकर राम के इन दवाओं के मानकों के मुताबिक नहीं मिलने के बाद इन दवाओं को प्रतिबंधित कर दिया है। उन्होंने अखबारों और अन्य मीडिया में इस बाबत सूचित भी किया है।
जन अपील में साफ लिखा गया है कि लीव52 समेत बाकी दवाओं में तय मानकों से अधिक स्टेरायड और अन्य प्रतिबंधित नकली दवाओं की मात्रा पाई गई है। जिसकी वजह से इन चारों दवाओं पर तत्काल प्रतिबंध लगाया जाता है। इस दवाओं के सेवन को स्वास्थ्य के लिए ख़तरनाक भी इस अपील में बताया गया है। इसके साथ ही इन दवाओं की बिक्री करने वालों पर कानून कार्रवाही करने की बात भी कही गई है।