Killer cough syrup: मोहल्ला क्लिनिक में गलत दवा देने से तीन बच्चों की मौत के बाद एलौपैथी की इस दवा के ओवर द काउंटर बिक्री पर सवाल खड़े हो गए हैं। आयुर्वेद के डॉक्टर्स ने एलौथेपी की दवा से बड़ी संख्या में बच्चों के बीमार होने और फिर भी दवा को बच्चों को देने पर सवाल खड़ा किया है।
दरअसल खांसी और सर्दी की एक दवा डेक्सर्ट्रोमीथोफन देने से दिल्ली में 15 से ज्य़ादा बच्चे बीमार हो गए हैं और इनमें से 3 बच्चों ने दम तोड़ दिया है। ये दवा बड़ों को दी जाती है। चार से नीचे के बच्चों को ये दवा देना मना है, लेकिन इसके बावजूद भी मोहल्ला क्लिनिक के डॉक्टर्स ने सर्दी खांसी में ये दवा बच्चों को दी थी। इस कारण से बच्चे बड़ी संख्या में बीमार हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती तक कराना पड़ा। लगभग 15 के आसपास बच्चों को इस दवा के असर के कारण कलावती सरन अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
इस मामले पर इंडियन वैद्यास से वैद्य पीयूष जुनेजा ने बताया कि अगर इस तरह का केस किसी आयुर्वेदिक दवा या आयुष के डॉक्टर्स के जरिए से हो जाता तो अभी तक एलौपैथिक डॉक्टर्स की एसोसिएशन उसके खिलाफ पूरा प्रोपेगेंडा चला देती। ख़ास बात ये है कि ऐसी दवा बिना प्रिस्क्रिप्शन के भी मेडिकल स्टोर से खरीद सकते है। उन्होंने कहा कि इसलिए हम अक्सर कहते हैं कि आयुर्वेद अपनाएं और सुरक्षित और बीमारियों से दूर रहें। उन्होंने कहा कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि कैसे जो दवा बच्चों को नहीं दी जानी चाहिए, वो कैसे इन डॉक्टर्स ने बच्चों को ले दे दी।