Home Ayurveda News Mission Millets: भंडारों में भी इस्तेमाल होने लगा है श्रीअन्न

Mission Millets: भंडारों में भी इस्तेमाल होने लगा है श्रीअन्न

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Mission Millet: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के श्री अन्न कार्यक्रम के लांच करने के बाद अब आम भंडारों में भी श्री अन्न के व्यंजन बनने शुरु हो गए हैं। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के साथ साथ मंदिरों में भी श्रीअन्न से बनी पूरियां और रोटियां वितरित होने लगी है। इसी कड़ी में दिल्ली भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष आदेश गुप्ता के दादा एवं स्वतंत्रता सेनानी स्व. श्री गोपाल गुप्ता की जयंति पर श्री अन्न के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करने के साथ साथ श्री अन्न से बने पकवान लोगों को खिलाए गए।
“मिलेट मिशन” के नाम से किए गए इस कार्यक्रम में दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि मोटा अनाज ना सिर्फ स्वास्थ्य के लिए बेहतर है, बल्कि ये ज़मीन को प्राकृतिक तौर पर बेहतर करने के साथ साथ पानी की खपत को भी कम करता है।
कार्यक्रम में दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मिलेट मिशन पूरी दुनिया में चल रहा है। जो मोटे अनाज हम लगभग खाना छोड़ चुके हैं। उन अनाजों को दोबारा से अपनी थाली में शामिल कराने के लिए इस तरह के कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। इन अनाजों से ना सिर्फ शुगर और बीपी की बीमारियों से बचा जा सकता है। बल्कि किसानों की आमदनी भी ये अनाज बढ़ा सकते हैं। भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मिलेट यानि श्री अन्न उत्पादक है। इस अनाज को उन इलाकों में भी पैदा किया जा सकता है, जहां पानी की कमी है, या बहुत धूप होती हो। ये बहुत ही कम लागत में भी लगाए जाते हैं।
कोरोना के बाद से ही मोटे अनाजों की दुनियाभर में मांग बढ़ी है। ये अनाज जहां भारत में 7000 सालों से ज्य़ादा से खाए जाते रहे हैं। वहीं अब दुनिया को भी इसके महत्व का पता चल गया है। इसी वजह से इस साल बजट में भी श्री अन्न को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी बड़ी घोषणा की थी और इनकी पैदावार बढ़ाने के लिए 22सौ करोड़ रुपये का प्रावधान किया था।
इस कार्यक्रम में भाजपा नेता अशोक गोयल, राजन तिवारी और करोलबाग जिले के अध्यक्ष राजेश गोयल, दीपाली कपूर, धनेश तिवारी और इंद्रजीत बेदी शामिल हुए।

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