Ayurveda for world: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को आयुर्वेदिक चिकित्सा को अपनाने के लिए कहा है, उन्होंने कहा कि ये ऐसी चिकित्सा है जो बीमार होने से पहले ही काम करती है यानि बीमार पड़ने ही नहीं देती। उन्होंने कहा कि 30 देशों ने इसको मान्यता दी हुई है, हमें इस अन्य देशों तक भी पहुंचाना है। इसी वजह से एम्स की तर्ज पर आयुर्वेद के अस्पताल खोले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले तीन सालों में आयुर्वेदिक इंडस्ट्री 20 हज़ार करोड़ रुपये से बढ़कर डेढ़ लाख करोड़ रुपये की हो गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पणजी में 9वीं वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस के समापन समारोह में AIIMS के आयुष अस्पताल का उद्घाटन भी किया। इसी के साथ उन्होंने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ यूनानी मेडिसिन और दिल्ली के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ होम्योपैथी का वर्चुअल उद्घाटन भी किया।
समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आयुर्वेद एक ऐसा ज्ञान है, जिसका उद्देश्य है, सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः। मतलब, सबका सुख और सबका स्वास्थ्य। आयुर्वेद पर भारत की कोशिशों की आज दुनिया भर में तारीफ हो रही है।