Mahua के औषधीय गुणों से आदिवासी हैं परिचित, बहुत सारी बीमारियों को दूर करने में है लाभदायक

Mahua plants benefits : भारत में लंबे समय से ग्रामीण इलाकों में बहुत सारे औषधीय पौधों से बहुत सारी बीमारियां ठीक की जाती रही हैं। इनमें से एक औषधीय पौधा महुआ (Madhuca longifolia) ग्रामीण इलाकों खासकर आदिवासियों के बीच में अपने गुणों को लेकर काफी मशहूर है और अब तो महुआ और इससे बने उत्पादों की बिक्री अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी होने लगी है। इस एक पौधे से बहुत सारी बीमारियों में लाभदायक है। महुआ के फूल से हीमोग्‍लोब‍िन का स्‍तर बढ़ता है, स‍िर दर्द, बुखार, पेट का अल्‍सर, ब्रोंकाइट‍िस, दांत का दर्द आद‍ि समस्‍याओं में महुआ के फूल लाभ पहुंचाता हैं।

एनीम‍िया यानी खून की कमी में फायदेमंद – देश में बहुत सारी महिलाओं को खून की कमी की शिकायत होती है, ज्‍यादातर ये समस्‍या गर्भवती मह‍िलाओं को तो खून की कमी हो ही जाती है, ऐसे में महुआ के फूल से शरीर में हीमोग्‍लोबि‍न का स्‍तर बढ़ता है। दूध के साथ भी महुआ का सेवन किया जा सकता है। इसी विधि भी आसान है, एक ग‍िलास दूध में महुआ के सूखे फूल डालकर उबालें और फ‍िर उस दूध का सेवन करें।

पेट से जुड़ी बीमारियों में लाभदायक – ज‍िन लोगों के पेट में अक्सर अल्‍सर या पेट में छाले होते हैं, उनका डाइजेस्‍ट‍िव स‍िस्‍टम ठीक तरह से काम नहीं कर रहा होता है। महुआ के फूल से पेट में एस‍िड बनने की समस्‍या को दूर करते हैं। पेट में अल्‍सर की समस्‍या दूर करने के ल‍िए महुआ के फूलों को पानी में उबालें और उस पानी का सेवन सुबह-शाम करें।

बुखार उतारने में इस्‍तेमाल करें – अगर आपको बुखार है तो आप महुआ के फूलों का इस्‍तेमाल कर सकते हैं। महुआ के फल को 2 कप पानी में अच्छी तरह से उबाल लें, जब पानी आधा रह जाए तो उसे एक कप में न‍िकालकर प‍िएं। आप उसमें शहद और नींबू भी डाल सकते हैं। महुआ के रस से बुखार, फ्लू जैसी बीमार‍ियां दूर होती हैं।

ब्रोंकाइटिस में करें इस्तेमाल – सांस से जुड़ी बीमारी को ब्रोंकाइट‍िस कहते हैं। ज‍िन लोगों को ब्रोंकाइट‍िस होता है उन्‍हें कफ, बलगम आता रहता है, क्‍योंक‍ि ब्रोंक‍ियल ट्यूब में सूजन आ जाती है। ऐसे मरीजों के ल‍िए महुआ के फूलों का रस बहुत ही फायदेमंद होता है। महुआ के फूलों को पीस लें, म‍िश्रण को छन्‍नी की मदद से एक ग‍िलास में छान लें, जो रस बचेगा उसका सेवन करें तो ब्रोंकाइट‍िस की बीमारी में राहत म‍िलेगी और गले की सूजन कम हो जाएगी।

स‍िर दर्द दूर करता है – महुआ के फूल से स‍िर का दर्द भी दूर होता है। महुआ के फूल का तेल स‍िर का दर्द दूर करने में मददगार होता है। आप तेल को स‍िर पर लगाकर मसाज करें, दर्द दूर हो जाएगा। स‍िर दर्द के साथ-साथ महुआ के फूल दांत का दर्द दूर करने में भी मदद करते हैं। महुआ के फलों में मौजूद नैचुरल तेल न‍िकालने के ल‍िए आप फल को पीस लें और सीधे एप्‍लाई करें, बाजार में महुआ के फूलों का तेल भी म‍िलता है

Related Posts

Cataract-Motiabind को ठीक करने के अचूक औषधी है त्रिफलाघृत

Cataract-Motiabind- मोतियाबिंद एक ऐसी बीमारी है, जिसके बारे में लोग अक्सर सोचते हैं कि यह सिर्फ ऑपरेशन से ही ठीक हो सकती है, लेकिन आयुर्वेद के जरिए यह बीमारी बिना…

Cough-Lungs संबंधी बीमारी के लिए रामबाण है दशमूल काढ़ा

एक समय था जब भारत में खांसी और सांस (cough-lungs) संबंधी बीमारियों के लिए आम लोग भी डॉक्टर या वैद्य के पास जाने की बजाए घर में काढ़ा बनाकर पीते…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You Missed

Impact of Yoga Day: योग और ध्यान पर रिसर्च और क्लिनिकल ट्रायल्स में भारी बढ़ोतरी

अब और भी भव्य होता जा रहा है International Yoga Day: प्रधानमंत्री मोदी

  • By एसk
  • June 29, 2025
  • 196 views

Cataract-Motiabind को ठीक करने के अचूक औषधी है त्रिफलाघृत

International Yoga Day 25: प्रधानमंत्री मोदी के साथ 2 करोड़ लोग करेंगे योग

Kedarnath Dham: अभी तक कितने VIP पहुंचे बाबा केदार के दर्शनों को

International Yoga Day 2025 को लेकर 25 हज़ार संगठनों ने किया पंजीकरण

Exit mobile version