Ayurveda on Arthritis: दुनियाभर में आयुर्वेद पर रिसर्च शुरु हो गई है। आयुष मंत्रालय (Ministry of Ayush) ने गठिया में आयुर्वेदिक इलाज (Arthritis treatment in Ayurveda) पर अमेरिका (America) में रिसर्च शुरु कराई है, मई से शुरु होने वाली यह रिसर्च अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया (University of California los Angeles) के मशहूर गठिया विशेषज्ञ डॉ. डेनियल एरिक फुर्स्ट की देखरेख में होगी। इस रिसर्च का सेम्पल साइज भी 240 कर दिया गया है।
ये दुनिया का पहला ऐसा फेस-3rd ट्रायल होगा, जोकि आयुर्वेद की किसी दवा के लिए इतने बड़े स्तर पर हो रहा है। यह रिसर्च सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदा (CCRAS) और केरल की मशहूर आर्यवैद्यशाला (Arya Vaidyashala) की सहयोगी AVP फाउंडेशन मिलकर कर रही हैं। अथाराइटिस एसोसिएशन ऑफ साउथ कैलिफोर्निया के डायरेक्टर और गठिया के एक अन्य प्रसिद्ध डॉ. एडजार्ड अर्नस्ट इस रिसर्च ने भी इस रिसर्च को गठिया के लिए वैकल्पिक दवा पद्धति के तौर पर समर्थन दिया है। उन्होंने इस रिसर्च को खुद ही डिजाइन किया है और इसकी स्टडी को मॉनिटर भी करेंगे। इस रिसर्च के लिए डॉक्टर्स और अन्य स्टॉफ की ट्रेनिंग भी शुरु हो गई है।
सेंट्रल आयुर्वेदा रिसर्च इंस्टिट्यूट ऑफ मेटाबॉलिक डिस्आर्डर (बैंगलुरू) के रिसर्च ऑफिसर डॉ. एम एन सुभाश्री के मुताबिक ये स्टडी मई 2022 में शुरु होगी और अगले दो सालों में इसके पूरे होने की उम्मीद है। इस स्टडी का सेंपल साइज भी 48 मरीजों से बढ़ाकर 240 मरीज कर दिया गया है। इसके क्लिनिकल ट्रायल्स तीन अलग अलग जगहों पर होंगे। कोयंबटूर, बैंगलुरु और मुंबई में गठिया में आयुर्वेदिक इलाज के ट्रायल्स होंगे।
इससे पहले भी अमेरिका की संस्था नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ ने वाशिगटन यूनिवर्सिटी में गठिया रोगों पर आयुर्वेदिक इलाज को लेकर एक क्लिनिकल ट्रायल किया था। जिसमें गठिया रोगियों पर आयुर्वेद और एलोपैथी इलाज की तुलना की गई थी। बाद में ये स्टडी पूरी दुनिया के प्रमुख जर्नल में छपी थी।