घरों में बच्चों की मालिश के दौरान तेल की कुछ बूंदें उनकी नाभि में जरूर लगाई जाती हैं। नाभि में तेल लगाने के फायदे आयुर्वेद में भी बताए गए हैं। नाभि तेल चिकित्सा के नाम से कई अन्य प्राचीन चिकित्सा ग्रंथों में भी इसका उल्लेख मिलता है। नाभि को हमारे शरीर की शक्ति का केंद्र बिंदु माना जाता है इसलिए नाभि में तेल डालने से कई तरह की शारीरिक और मानसिक समस्याओं से तुरंत राहत मिलती है। इन पुराने तरीकों को भूलकर लोग आजकल केमिकल में हर समस्या का समाधान तलाशने लगे हैं, लेकिन ये प्राकृतिक उपाय काफी कारगर साबित होते हैं।
फटे होंठ में आराम देता है तेल
अगर आप फटे होंठों से परेशान हैं तो सोने से पहले नाभि में सरसों का तेल लगाएं। इस उपाय से कुछ ही दिनों में फटे होंठों की समस्या दूर हो जाएगी और आपके होंठ स्मूथ और ग्लोइंग नजर आएंगे।
शुष्क त्वचा
रूखी और बेजान त्वचा की समस्या को दूर करने के लिए नाभि में बादाम के तेल का इस्तेमाल करना चाहिए। सोने से पहले दो बूंद बादाम के तेल को नाभि में लगाएं। इससे स्किन ग्लोइंग हो जाएगी।
पिंपल्स और मुँहासे
पिंपल्स और मुंहासों जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए नीम के तेल का इस्तेमाल नाभि में करना चाहिए। नीम के तेल का एंटी-बैक्टीरियल गुण पिंपल्स और मुंहासों की समस्या को दूर करने में मदद करेगा।
सर्दी और खांसी
अगर सर्दी-जुकाम की समस्या है तो शराब की कुछ बूंदें नाभि में डालने से फायदा होगा। पीरियड्स के दर्द में राहत पाने के लिए ब्रांडी का इस्तेमाल किया जा सकता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श लें। ayurvedindian.com इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।