Food in savan: सावन में खाने पीने का ज्य़ादा परहेज रखने के लिए कहा जाता है। आयुर्वेद के मुताबिक, बारिशों के दौरान शरीर की पाचन क्रिया थोड़ी सुस्त हो जाती है, साथ ही साथ खाने पीने की वस्तुओं में कीड़ा लगने के साथ साथ कई तरह के कीटाणु भी बहुत ही जल्दी पनपने लगते हैं। ऐसे में बासी और गरिष्ठ खानपान से बचना चाहिए। मासाहारी खानपान के लिए तो विशेष सावधानी इस मौसम में बताई गई है। बहुत सारे लोग इस मौसम में पानी पुरी और पानी बताशे खाने से परहेज नहीं रखते हैं। लेकिन इस मौसम में इनके खाने से पेट की कई बीमारियां होने की आशंका रहती है।
क्या खाएं
अनाजों में पुराना जौ, चावल, गेहूं, अरहर, मूंग (हरी) आदि को अपने भोजन में शामिल करें। भिंडी, तोरई, लौकी, टमाटर, पुदीना जैसी सब्जियों का सेवन करें। सब्जियों के सूप (Vegetable Soup) को अपने आहार में जरूर स्थान दें। जितना हो सके हल्का खाना खाना चाहिए। पीने के पानी का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। पुराना और हर जगह के पानी से बचना चाहिए।