Hemp Companies India: नशे के तमगे के कारण नुकसान उठा रही है हैंप इंडस्ट्री

Hemp Companies India: देश में हैंप यानि भांग से बने उत्पाद (Hemp Products) सिर्फ इनके कुछ हिस्से के नशीले होने की वजह से मुश्किलों में घिरे हुए हैं। नशीले पदार्थों का तमगा लगे होने के कारण हैंप को लेकर सरकार की पॉलिसी सख्त (Government Policies on Hemp) है और इसी का खामियाजा ये इंडस्ट्री उठा रही है।

दरअसल भांग के पौधे के हिस्सों से बहुत कुछ बनाया जाता है। भांग के पौधे के बीज को दुनियाभर में सुपरफूड (Hemp is Superfood) कहा जाता है। इसमें प्रोटीन और ओमेगा (Protein and Omega in Hemp seeds) तो है ही, साथ ही ये दिमाग की एंग्जाइटी को शांत करने के दुनियाभर की मह्तवपूर्ण औषधी है।

Hemp Expo: अब इंडस्ट्री के तौर पर विकसित होने लगी है हैंप यानि भांग

दिल्ली में आयोजित अपनी तरह के पहले हैंप एक्सो में बांबे हैंप कंपनी (Bomby Hemp Company) के को फाउंडर यश कोटक ने बताया कि, हम कॉलेज के दिनों में पूरे देश में एक प्रोजेक्ट के लिए जा रहे थे, जहां हमने पाया कि पूरे देश में भांग हर जगह हर कंडीशन में उग रही है, तो ऐसे रिसोर्स को क्यों बर्बाद होने दिया जाए। बस हमने इसपर रिसर्च शुरु की और 6 सालों की रिसर्च के बाद हमने कंपनी बनाई और काम शुरु कर दिया। उन्होंने बताया कि इसका मेडिकल इस्तेमाल के अलावा हजारों सालों से ये फूड में इस्तेमाल होती रही है। इसके कपड़े हम बना रहे हैं और एक्सपोर्ट कर रहे हैं।

नोएग्रा हैंप (Noigra Hemp) के को फाउंडर विपुल गोयल ने बताया कि, हमने रिसर्च में पाया था कि हैंप के बहुत सारे उपयोग हो सकते हैं। दवाओं के अलावा ये बहुत ही एकोफ्रेंडली है। इसलिए हमने सोचा कि इस इंडस्ट्री में काम किया जाए। लिहाजा हमने इस सेक्टर में काम करना शुरु कर दिया। हम फिलहाल दवाएं बना रहे हैं, जोकि इसके मेडिकल बेनिफिट भी बहुत ज्य़ादा है। इसका प्रोटीन पाउडर भी बना रहे हैं। ये विगन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।

Related Posts

Cough-Lungs संबंधी बीमारी के लिए रामबाण है दशमूल काढ़ा

एक समय था जब भारत में खांसी और सांस (cough-lungs) संबंधी बीमारियों के लिए आम लोग भी डॉक्टर या वैद्य के पास जाने की बजाए घर में काढ़ा बनाकर पीते…

Ayush Chairs in Foreign Universies: सरकार ने विदेशों में आयुष चेयर्स के लिए मंगाए आवेदन

Ayush Chairs in Foreign Universies: देश दुनिया में भारत की पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को मशहूर करने और भारत में ज्य़ादा से ज्य़ादा मेडिकल टूरिज्म के लिए आने वालों की संख्या…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You Missed

Kedarnath Dham: अभी तक कितने VIP पहुंचे बाबा केदार के दर्शनों को

Kedarnath Dham: अभी तक कितने VIP पहुंचे बाबा केदार के दर्शनों को

International Yoga Day 2025 को लेकर 25 हज़ार संगठनों ने किया पंजीकरण

International Yoga Day 2025 को लेकर 25 हज़ार संगठनों ने किया पंजीकरण

Cough-Lungs संबंधी बीमारी के लिए रामबाण है दशमूल काढ़ा

Cough-Lungs संबंधी बीमारी के लिए रामबाण है दशमूल काढ़ा

Ayush Chairs in Foreign Universies: सरकार ने विदेशों में आयुष चेयर्स के लिए मंगाए आवेदन

Ayush Chairs in Foreign Universies: सरकार ने विदेशों में आयुष चेयर्स के लिए मंगाए आवेदन