Dr. Kalpana Sathe: देश में जो वैद्य फिलहाल काम कर रहे हैं, उनमें एक प्रमुख नाम डॉ. कल्पना साठे का है। आयुर्वेद में पीएचडी करने वाली डॉ साठे देश के प्रमुख आयुर्वेद संस्थान ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ आयुर्वेदा (http://aiia) में क्रिया-शरीर चिकित्सा विभाग की विभाग प्रमुख रहने के बाद अब गोवा के आयुर्वेद संस्थान में अपनी सेवाएं दे रही हैं।
बारिश के मौसम में अक्सर बच्चों से लेकर बढ़े बीमार हो जाते हैं। उन्हें चाहे सर्दी जुकाम हो या फिर स्किन से जुड़ी हुई परेशानी। इन्हीं मुद्दों पर देश की जानीमानी वैद्य डॉ. कल्पना साठे जी से आयुर्वेद इंडियन को बताया कि इस मौसम में क्या सावधानी रखनी चाहिए कि बच्चे इस मौसम में बीमार ना हों.
वैद्य कल्पना साठेः देखिए, सबसे जरुरी है कि आप बच्चों की सेहत के प्रति ज्यादा सजग रहें। कोशिश करें कि छोटे बच्चों को फर्श पर ना बिठाएं, उन्हें ठंडी जगहों से बचाकर रखें, पूरी बाजू के कपड़े पहनाकर रखें। पानी में ना खेलने दें, ठंडी चीजें खाने से बचाएं, ध्यान रखें कि वो नीचे गिरी हुई वस्तु ना खाएं। अगर बहुत छोटा बच्चा है तो उसे कपड़े में लपेटकर रखें। खाने में बच्चों को ताज़ा ही भोजन दें। इस मौसम में बासी या पुराना खाना नुकसानदायक होता है। इसलिए सभी को ताज़ा खाना ही खाना चाहिए। जो खाना आसानी से पच सके, ऐसा खाना खाना चाहिए। बाहर के खाने से जहां तक हो सके, बचना चाहिए।
अगर बच्चे को सर्दी या जुकाम हो गया है तो उसे खिचड़ी खिलाएं, अजवाइन का पानी दें, ये बहुत ही महत्वपूर्ण है इससे बच्चे की समस्या कम होगी। दूसरी बात बच्चों को खटाई या खट्टी वस्तुओं से बचाएं।