लीवर मानव शरीर में एक महत्वपूर्ण अंग है, जो पेट के ऊपरी दाएं हिस्से में, दाहिने गुर्दे और छोटी आंत के ऊपर स्थित है। लाल भूरे रंग के यकृत का वजन लगभग 1.3 से 1.5 किलोग्राम होता है। लिवर खाना पचाने से लेकर खून साफ करने तक का सारा काम करता है। लेकिन प्रदूषण और खराब खानपान की वजह से लिवर की समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। लोग फैटी लिवर के शिकार हो रहे हैं जो समय पर पता न चलने पर जानलेवा साबित होता है। अगर समय रहते खानपान में कुछ बदलाव कर लिए जाएं तो फैटी लिवर की समस्या से बचा जा सकता है।
लीवर को सबसे अधिक नुकसान क्या होता है?
उच्च ट्राइग्लिसराइड खाद्य पदार्थ गैर-मादक फैटी लीवर का एक प्रमुख कारण हो सकते हैं। शहद की चाशनी, मक्खन, आलू और चावल में वसा अधिक होती है, इसलिए इन्हें कम मात्रा में खाना चाहिए।
हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली चीजों से भी दूरी बनाकर रखनी चाहिए। इनमें मिठाई, व्हाइट ब्रेड और सॉफ्ट ड्रिंक आदि शामिल हैं। इन चीजों को खाने से डायबिटीज का खतरा भी बढ़ जाता है।
प्रोसेस्ड फूड, जंक फूड, रेड मीट और फ्राइड फूड भी नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर का कारण बनते हैं। किससे दूरी रखनी चाहिए।
कमजोर लीवर को मजबूत कैसे करें?
लिवर को स्वस्थ रखने के लिए दिन की शुरुआत एलोवेरा जूस और सब्जियों के जूस से करें।
आंवले का जूस पीने से लिवर डिटॉक्सीफाई होता है।
डाइट में गेहूं, ज्वार, बाजरा, ओट्स, ओट्स और दालों जैसे हाई फाइबर फूड्स को शामिल करें।
अपने भोजन में सब्जियों और फलों की मात्रा बढ़ाएं।
प्रोसेस्ड फूड, जंक फूड से दूरी बनाए रखें और घर पर बना साफ खाना खाएं।
अस्वीकरण: यह सामग्री केवल सलाह सहित सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा एक विशेषज्ञ या अपने डॉक्टर से परामर्श करें। www.ayurvedindian.com इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।