Peanuts for health: सर्दियां में सबसे ज्य़ादा चीज लोगों को पसंद आती है वो हैं मुंगफली। इसे गरीबों का बादाम कहा जाता है। बाज़ारों में हर जगह मूंगफली बहुत ही आसानी से मिल जाती है। भारत में इसे गरीबों का बादाम भी कहा जाता है। भारत में सर्दियों में तिल और मूंगफली से बनी गजक बड़े ही शौक से कई जाती है।
आयुर्वेद के मुताबिक भी सर्दियों में मूंगफली सेहत को बेहतर करती है। इसको खाने से खून का दौरा शरीर में बेहतर होता है। मार्डन साइंस भी इसे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके दिल के रोगों में मदद करने वाला बताती है। मूंगफली ज़मीन के अंदर पैदा होती है। आयुर्वेद में ज़मीन के भीतर पैदा हुई खाद्य समाग्री का विशेष महत्व है। चाहे वो गाजर हो, मूली हो या चकूंदर इन सबका कोई ना कोई स्वास्थ्य के समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है। मूंगफली शरीर के खून की सफाई में काफी अच्छी होती है। ये क्षारीय तत्वों के कारण शरीर में थक्कों को भी बनने से रोकती है, जिससे दिल का दौरा या स्ट्रोक होने का ख़तरा कम हो जाता हैं। सर्दियों में मूंगफली खाने से दिमाग भी बेहतर काम करता है।
मूंगफली में पाया जाने वाला बायोएक्टिव, मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह को बढ़ा देता है, इससे दिमाग की याद करने और काम करने की शक्तियां बढ़ जाती है।
वजन को कम करने में भी ये आपका अच्छा साथ दे सकती है। आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी को मूंगफली अच्छी तरह से पूरा करती है। पीनट इंस्टीट्यूट की एक रिसर्च के मुताबिक तय मात्रा में मूंगफली खाने से मोटापा भी कम होता है। इसके खाने के बाद पेट भरा भरा रहता है और खाने की इच्छा कम होती है।