माननिय प्रधानमत्री श्री नरेंद्र मोदी (PM Namrendra Modi) और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने आयुष (Ayush) के क्षेत्र में व्यापक कार्य किए हैं।
स्वास्थ्य विभाग 825 करोड़ रुपए से राज्य के कार्यरत व बंद पड़े आयुर्वेद (Ayurved), यूनानी (unani) एवं होम्योपैथ (homeopath) कॉलेजों का जीर्णोद्धार करेगा। साथ ही 3270 आयुष चिकित्सकों (Aayush Doctors) की बहाली शीघ्र होगी और बंद पड़ें आयुर्वेद कॉलेज (Ayurved college) भी जल्द खुलेंगे। इसमें भागलपुर आयुर्वेद कालेज भी शामिल है। यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (Helalth Minister Mangal Pandey) ने रविवार को आयोजित विश्व आयुर्वेद परिषद बिहार इकाई के 25 वें वर्ष के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि दी। इस मौके पर सबल व्याधिक्षमत्व एवं वैद्य गंगाधर शर्मा (Gangadhar Sharma) त्रिपाठी स्मृति विषय पर पाटलिपुत्र राष्ट्रीय संभाषा (सेमिनार Seminar) भी आयोजित किया गया।
उन्होंने कहा कि आयुर्वेद और योग दोनों एक दूसरे के पूरक हैं। आज कई वैद्य आयुर्वेदिक दवाओं के साथ-साथ योग की सलाह लेना भी जरूरी समझते है, आज दुनिया के 200 देशों से अधिक में 21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जाता है। यह भारत की प्राचीन पद्धति है, जिसे दुनिया ने खुले दिल से अपनाया है। उसी प्रकार कोरोना काल में दुनिया ने आयुर्वेदिक काढ़ा का सेवन कर यह प्रमाणित किया कि हमारी आयुर्वेद पद्धति किसी भी बीमारी को दूर करने में सर्वश्रेष्ठ है।
स्वास्थ्य मंत्री पांडेय (Helalth Minister Mangal Pandey) ने कहा कि 21 जून को विश्व योग दिवस है। ऐसे में यहां मौजूद आप सभी आयुर्वेद चिकित्सक व आयुर्वेद के छात्रों से मेरी गुजारिश है कि आप योग दिवस के दिन सार्वजनिक कार्यक्रमों में भाग लें और सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित करें। उन्होंने कहा कि इस मौके पर देश के विभिन्न राज्यों से आए आयुष चिकित्सकों व इस क्षेत्र में कार्यरत जानकारों ने यहां आकर अपने अनुभव से राज्य के लोगों को रूबरू कराया। साथ ही यहां के चिकित्सकों से भी अनुभव हासिल किए हैं, जिससे आयुष के क्षेत्र में केंद्र व राज्य सरकार के किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तार से जानने का मौका सभी को मिला होगा। प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आयुष के क्षेत्र में व्यापक कार्य किए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने भी राज्य के अंदर कार्यरत व बंद पड़े आयुर्वेद, यूनानी एवं होम्योपैथ कॉलेजों के जीर्णोद्धार के लिए 825 करोड़ की राशि कैबिनेट से स्वीकृत की है।
मंत्री पांडेय ने कहा कि हम राज्य में आयुष पद्धति के संपूर्ण विकास के लिए संकल्पित हैं। उसी क्रम में शीघ्र ही राज्य के अंदर 3270 आयुष चिकित्सकों की बहाली होगी। इसके लिए सारी तैयारियां पूर्ण की जा चुकी है। राज्य के 40 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर भी आयुष मिशन के तहत चल रहे हैं। सम्मेलन में भाग लेने वाले विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों से उन्होंने अपील की कि आप बिहार सरकार के बेहतर कार्यों की चर्चा अपने राज्यों में भी करें, जिससे इस पद्धति के विकास हेतु बिहार में हो रहे कार्यों की जानकारी सभी को मिले। कोरोना काल में जहां अन्य चिकित्सा पद्धति पर लोग भरोसा जता रहे थे, वहीं आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति ने कोरोना की लड़ाई में अहम योगदान दिया। इस अवसर पर विश्व आयुर्वेद परिषद बिहार इकाई के राष्ट्रीय सचिव शिवादित्य ठाकुर, वैद्य विनोद शर्मा, वैद्य राहुल जी, वैद्य किरण शुक्ला व अन्य मौजूद थे।