आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों की रात में नींद उड़ रही है। कुछ लोगों को रात में नींद नहीं आती है, कुछ को रात में जागने पर फिर से सोना मुश्किल हो जाता है। कुछ लोग सुबह बिना चाहकर भी बहुत जल्दी उठ जाते हैं। अगर यह समस्या लगातार कुछ दिनों, हफ्तों या लंबे समय तक बनी रहती है तो आप अनिद्रा का शिकार हो सकते हैं। इसके लिए बेहतर होगा कि जल्द ही डॉक्टर से सलाह लें और अपनी नियमित दिनचर्या में सुधार करें। किसी भी व्यक्ति के लिए हर चीज को संतुलित अवस्था में लेना बहुत फायदेमंद होता है, खासकर नींद के लिए। एक अच्छे स्वस्थ शरीर के लिए पर्याप्त नींद लेना बहुत जरूरी है।
नींद न आना आजकल एक आम समस्या बन गई है। अच्छी नींद लेने के लिए लोग नींद की गोलियों का सहारा लेने लगते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि नींद की गोलियां हमारे शरीर को कितनी बुरी तरह प्रभावित करती हैं। ऐसी स्थिति में क्या इलाज करना चाहिए, जिससे नींद आ सके और कोई बुरा असर भी न पड़े।
आयुर्वेद में जीवन के तीन स्तंभों को आहार, निद्रा और ब्रह्मचर्य बताया गया है। इनमें से किसी एक के बिना जीवन नहीं चल सकता। इनमें नींद का विशेष महत्व है। भागदौड़ और तनाव भरी दिनचर्या के कारण नींद न आने की समस्या आम है। आधुनिक जीवन शैली के दबाव के कारण लाखों लोग अनिद्रा से पीड़ित हैं। इसी वजह से हर कोई तरह-तरह की बीमारियों से परेशान रहता है।
अच्छी नींद लेने के तरीके
नींद न आने का मुख्य कारण अत्यधिक मानसिक तनाव है। इसके अलावा अनियमित दिनचर्या, शारीरिक व्यायाम और मेहनत की कमी, शराब के अधिक सेवन से भी नींद नहीं आती है। बढ़ती उम्र के साथ नींद की समस्या बढ़ने लगती है। कई बार नींद न आने की समस्या इतनी गंभीर हो जाती है कि इसका असर हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। आयुर्वेद के अनुसार, वात और पित्त में वृद्धि अनिद्रा का कारण बनती है। नींद की समस्या को निम्न उपायों के माध्यम से दूर किया जा सकता है-
अच्छी नींद के लिए उपचार
- अच्छी नींद के लिए सोने से पहले हाथ-पैर साफ करके तलवों की मालिश करें।
- योग, अनुलोम-विलोम प्राणायाम करना भी बहुत लाभकारी होता है।
- सोने का समय तय करें, इससे शरीर के सोने और जागने का चक्र संतुलित रहता है।
- सोने के कमरे को साफ रखें। सोने के कमरे को शांत और अंधेरा रखें। इससे मन शांत रहेगा और नींद आसानी से आएगी।
- नियमित व्यायाम की आदत डालें, इससे अच्छी नींद आने में मदद मिलती है।
- देर रात की पार्टियों और टीवी देखने से बचें। दिन में सोने से बचें, ताकि रात में नींद की निरंतरता बनी रहे।
- सोते समय सकारात्मक विचार रखें। किसी भी तरह से चिंता न करें।
- यदि आप सो नहीं सकते हैं तो बिस्तर पर न जाएं। बेडरूम का इस्तेमाल सिर्फ सोने के लिए करें। बिस्तर पर लेटते समय सोने का इंतजार न करें।
आयुर्वेदिक औषधियां
- अश्वगंधा चूर्ण को दूध के साथ लें।
- सर्पगंधा चूर्ण को रात को सोने से पहले 1 गिलास पानी के साथ लें।
- नियमित रूप से ब्राह्मी, शंखपुष्पी जैसी औषधियों का सेवन करें।
- शिरोधारा और शिरोबस्ती पंचकर्म अभूतपूर्व लाभ देते हैं।