उड़ीसा में आयुष डॉक्टर्स की नौकरियों को लेकर राज्य सरकार की अनदेखी को लेकर शुरु हुआ आंदोलन अब राज्य के लगभग सभी आयुष अस्पतालों में फैल गया है। फिलहाल राज्य के सभी 7 आयुष मेडिकल कॉलेज में स्टूडेंट अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। गंजम जिले के बरहामपुर में बीजू पटनायक होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज के छात्रों द्वारा शुरू किया गया शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन पूरे राज्य में फैल गया है। आंदोलनकारी छात्रों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, वे अपना विरोध जारी रखेंगे।
ऑल ओडिशा आयुष स्टूडेंट्स एसोसिएशन (All Odisha Ayush Association) के बैनर तले विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने दावा किया कि जब भी उनकी सेवा की आवश्यकता होती है, सरकार उनका उपयोग कर रही है। लेकिन जब उन्हें न्याय देने की बात आती है तो सरकार टाल-मटोल कर रही है।
उन्होंने कहा कि कई बार सरकार के समक्ष मामला उठाने के बावजूद उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जिसके कारण उन्हें शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
उनकी मांगों में पांच सौ आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारियों और पांच सौ होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारियों की नियुक्ति की जाए, साथ ही हर साल 100 पदों का सृजन और उनके विज्ञान को आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के बराबर महत्व दिया जाए।
जब उनकी मांगें अनसुनी कर दी गईं तो उन्होंने 25 अगस्त से काला बिल्ला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया और 31 अगस्त को कॉलेज के गेट पर ताला लगा दिया। वे एक सितंबर से संस्थान के गेट पर मौन धरना दे रहे हैं।
”एक प्रदर्शनकारी छात्र ने कहा कि “पिछले 21 वर्षों में आयुष के डॉक्टर्स के लिए कोई नया पद नहीं बनाया गया है। इसलिए हम सरकार से मांग करते हैं कि तत्काल पांच सौ आयुर्वेदिक चिकित्सा पदाधिकारी और पांच सौ होम्योपैथिक चिकित्सा पदाधिकारी की नियुक्ति की जाये। वहीं, सरकार को हर साल 100 पद भी सृजित करने चाहिए. हम आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के समान सम्मान और महत्व की भी मांग करते हैं। एक अन्य छात्र ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य निदेशक को हमारी मांगों से पहले ही अवगत करा दिया गया था।