Sleep position in ayurveda: अगर आप सोकर उठते हैं और आपको पूरे शरीर में दर्द का एहसास हो रहा है, या फिर आपका पेट खराब लगातार हो रहा है। आप लगातार डॉक्टर्स के पास जा रहे हैं, लेकिन दवा लेने के बाद थोड़े दिन आराम और फिर वहीं हालात, तो हो सकता है कि आप ठीक तरह से नहीं सो रहे हों, क्योंकि गलत तरीके से सोने के कारण ना सिर्फ शरीर में दर्द होता है, बल्कि कई बीमारियां भी इसी सोने के कारण आती है, जोकि कोई बड़े से बड़ा डॉक्टर भी पकड़ नहीं पाता। आयुर्वेद में सोने का तरीका भी बताया गया है और उसके साइंटिफिक कारण भी बताए गए हैं।
क्यों सोते समय रखें ध्यान
° बाएं करवट सोने से पेट और अग्नाशय पर दबाव नहीं पड़ता जिससे वो बेहतर काम करते है, इससे भोजन का पाचन अच्छे से होता है, साथ ही बाएं करवट सोने से आपकी कब्ज की समस्या भी बहुत हद तक ठीक हो जाएगी।
°बाईं करवट से सोने से आप कई बीमारियों से बच सकते है क्योंकि इस तरह लेटने से शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते है जो किडनी द्वारा किया जाता है और बाएं करवट सोने से किडनी पर दबाव नहीं पड़ता।
°इस करवट सोने से सीने की जलन, एसिडिटी तथा खट्टी डकार में भी लाभ मिलता है।
° इस करवट सोने से पीठ के दर्द से भी आराम मिलता है।
° और तो और गर्भावस्था में भी बाईं करवट सोने से कई लाभ मिलते है,इससे यूटरस पर दबाव नहीं पड़ता, ब्लड सर्कुलेशन नियमित रहता है, पीठ दर्द में आराम मिलता है तथा गर्भावस्था के दौरान चैन की नींद भी आती है जो उस समय काफी मुश्किल होता है।