Water for healthy life: पूरी दुनिया इन दिनों मोटापे की एक ऐसी बीमारी से परेशान है, जोकि बीपी से लेकर शुगर तक की बीमारियों को साथ लेकर आती है। लेकिन क्या आपको पता है कि ये बीमारी बिना किसी दवाई के खत्म हो सकती है, वो भी सिर्फ पानी पीने के तरीके से। जी हां, आयुर्वेद के मुताबिक, मोटापा कम करने या फिर मोटे ना हों। इसमें पानी का बहुत ही महत्व है।
सुबह उठते ही बासी मुंह पीएं पानी
जब आप सुबह उठते हैं तो पेट भरकर पानी पीना चाहिए। लेकिन पानी पीने का भी एक तरीका है। पानी किसी ग्लास में बैठकर धीरे धीरे पीना चाहिए। आप एक घूंट पानी पीएं, उसे थोड़ी देर मुंह में रखें और फिर पीएं, इससे आपके मुंह की लार पानी में मिलकर आपके पेट में जा सके। इससे आपके पेट का पित्त शांत होता है और पेटी की एसिडिटी भी कम होती है। साथ ही पेट साफ होने के लिए पर्याप्त प्रेशर भी बनता है। आपका पेट साफ होगा तो पेट बेहतर तरीके से आपका डाइजेशन करेगा। साथ ही धीरे धीरे करके आपके पेट की अतिरिक्त चर्बी इससे कम होनी शुरु हो जाएगी।
ठंडे पानी से बचें, गुनगुना पानी पीएं
गर्मियों में ठंडा पानी पीने वाले लोगों को अक्सर पेट की बीमारियां जल्द ही जकड़ लेती है। वजह से ठंडे पानी की वजह से उनकी पाचन क्रिया पर असर आता है। साथ ही ये वात, पित्त और कफ के संतुलन को भी बिगाड़ देता है। ये असर धीरे धीरे करके बीमारियों में बदल जाता है, जोकि मोटापे से लेकर अन्य बीमारियों तक पहुंच जाता है। इसलिए ठंडे पानी से दूरी बनाए रखना बहुत जरुरी है। साथ ही गुनगुना या फिर निवाया पानी पेट के लिए बहुत अच्छा होता है। खाना खाने के तुरंत बाद पानी पीने से परहेज करना चाहिए। अगर पीना भी पड़े तो गुनगुना पानी थोड़ा थोड़ा करके पीना चाहिए।