WHO Global Summit: पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन और आयुष मंत्रालय का दो दिवसीय सम्मेलन गुजरात के गांधीनगर में शुरू हो गया। इस सम्मेलन में दुनिया भर के 90 देशों से प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। करीब 27 देशों के स्वास्थ्य मंत्री भी इस सम्मेलन में आए हुए हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस ए गेब्रेयेसस ने कहा की दुनिया भर में पारंपरिक चिकित्सा मार्डन चिकित्सा से पहले से दुनियाभर में चल रही है, इसको अब मार्डन तरीके से आगे बढ़ाने की जरुरत है।
इस मौके पर इस मौके पर केंद्रीय आयुष मंत्री सर्वानंद सोनेवाल ने कहा की दुनिया भर में पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियां मशहूर हो रही है। भारत सरकार ने पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को लेकर काफी काम किया है और विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ मिलकर एक अपनी तरह का पहला सेंटर गुजरात के जामनगर में शुरू हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल इस सेंटर की आधारशिला रखी थी इसी के तहत पहला अंतरराष्ट्रीय पारंपरिक चिकित्सा पर सम्मेलन गांधीनगर में शुरू हुआ है, हमारी कोशिश है दुनिया भर में पारंपरिक चिकित्सा को एविडेंस बेस्ड चिकित्सा पद्धति के तौर पर और विकसित किया जाए ताकि सभी को स्वास्थ्य देने के मकसद में कामयाबी मिले। उन्होंने कहा कि 2 दिन के सम्मेलन में हम पारंपरिक चिकित्सा को दुनिया भर में आगे बढ़ाने के लिए रणनीति तैयार करेंगे।