आलूबुखारा खाने के 1 नहीं 2 नहीं जानिए 7 बेहतरीन फायदे जो गर्मी से भी देंगे राहत

Date:

गर्मियों का मौसमी फल आलूबुखारा सेहतमंद गुणों का खजाना है.  इसका सेवन करने से सेहत और सौंदर्य दोनों बरकरार रहते हैं साथ ही इससे बनने वाले लजीज पकवान भी बहुत स्वादिष्ट होते हैं…

स्वाद में खट्टा-मीठा आलूबुखारा गर्मियों में आने वाला मौसमी फल है. इसमें बॉडी के लिए जरूरी पोषक तत्व जैसे मिनरल्स और विटामिन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं

आलूबुखारा डायट्री फाइबर से भरपूर होता है, जिसमें सार्बिटॉल और आईसेटिन प्रमुख हैं.

खासतौर पर यह फाइबर्स, शरीर के अंगों के सुचारू बनाते हैं और पाचन क्रिया को भी दुरूस्त करते हैं. इसके साथ ही यह सौंदर्य बढ़ाने के भी काम आता है. इसका इसका इस्तेमाल तरह-तरह के लजीज पकवान बनाने में भी किया जाता है.

आइए जानें, इस फल को खाने से कैसे रहता है शरीर फिट…

1. वजन करे कंट्रोल

आलूबुखारे के 100 ग्राम में लगभग 46 कैलोरी होती है. अत: इसमें अन्य फलों की तुलना में कैलोरी काफी कम पाई जाती है. इस कारण से यह आपका वजन नियंत्रित करने में भी सहायक होता है.

2. आंखों की सेहत का रखे ख्याल

आलूबुखारे में मौजूद विटामिन-सी आपकी आंखों और त्वचा को स्वस्थ रखने में सहायक है और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है. इसके इलावा इसमें विटामिन-के एवं बी 6 भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है.

3. दिल का साथी

यह रक्त का थक्का बनने से रोकता है जिससे ब्लडप्रेशर और हृदय रोगों की संभावना कम होती है. इसके साथ ही अल्जाइमर के खतरे को कम करता है.

4. ट्यूमर को रोकने में सहायक

छिलके के साथ आलूबुखारे का सेवन, ब्रेस्ट कैंसर को रोकने में सहायक होता है. यह कैंसर और ट्यूमर की सेल्स को बढ़ने से रोकता है.

5. मजबूत बनाएं हडि्डयां

महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में आलूबुखारा बेहद सहायक है. रजोनिवृत्ति के उपरांत महिलाएं आलूबुखारे का सेवन करें तो वे स्वयं को ओस्टियोपोरेसिस से बचा सकती हैं.

6. दिमाग को रखे स्वस्थ

इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स आपकी त्वचा के साथ ही दिमाग को भी स्वस्थ रखने में सहायता करते हैं. यह आपके तनाव को कम करने में भी अहम भूमिका निभाता है.

7. बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है

यह आपके बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और इम्यूनिटी को बढ़ाता है. आलुबुखारे में आयरन की मात्रा होती है जो ब्लड सेल्स के निर्माण में मदद करती है. पोटेशियम होने से शरीर के सेल्स स्ट्रांग बनते हैं और ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

spot_imgspot_img

Popular

More like this
Related

Benifits of Jatamasi: रिसर्च में आई चौंकाने वाली जानकारी, अब लैब में उगाई जा सकेंगी जटामांसी

Benifits of Jatamasi:भारतीय परंपरागत चिकित्सा पद्धतियों में इस्तेमाल की...

Ayush sector in 10 years: दस सालों में 8 गुना बढ़ी है आयुष इंडस्ट्री

Ayush sector in 10 years: आयुष मंत्रालय में मंत्री...