आयुष मंत्रालय जल्दी पूरे देश में 12,500 आयुष हेल्थ और वैलनेस सेंटर खोलने जा रहा है। पूरे भारत में खोले जाने वाले यह सेंटर राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के सहयोग से खोले जाएंगे। नेशनल आयुष मिशन के तहत 2023-24 तक यह सेंटर्स खोल दिए जाएंगे। आयुष मंत्री सर्वानंद सोनेवाल के मुताबिक आयुर्वेद के सिद्धांतों के मुताबिक यह सेंटर खोले जाएंगे।
सोनेवाल के मुताबिक, इन केंद्रों का सबसे पहला काम देश की बड़ी आबादी पर से बीमारियों का बोझ कम करना ताकि लोगों के खर्चे भी कम हो सकें। आयुष मंत्रालय ने आयुष मिशन में अभी तक 700 करोड़ से ज्यादा का फंड आंध्र प्रदेश, कर्नाटक केरल, लक्षदीप, पांडिचेरी, तमिलनाडु और तेलंगाना को दिया हैं।https://ayurvedindian.com/%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%b6%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a4%e0%a4%b9%e0%a4%a4-%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%be/
सोनेवाल ने कहा कि हम वैज्ञानिकता के तौर पर अपनी पारंपरिक दवाओं और मॉडर्न मेडिसिन को लेकर काम कर रहे हैं। आयुष के अंदर कुछ प्रोग्राम जैसे कि हेल्दी लाइफ़स्टाइल, आयुर्वेदा आयुष फॉर स्कूल चिल्ड्रन, मेंटल हेल्थ के लिए आयुष आदि प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं। आयुष मोबाइल केयर भी काफी पॉपुलर है, इसके साथ ही मंत्रालय ने दक्षिण भारत के राज्यों में 17 आयुष हॉस्पिटल के लिए भी वित्तीय मदद देने के लिए कहा है।
आयुष मिशन के तहत देश में काफी बड़ी संख्या में हॉस्पिटल्स डिस्पेंसरी खोले जा रहे हैं। दक्षिण भारत के राज्य में चालू वित्त वर्ष तक 137 आयुष हॉस्पिटल्स में से 37 हॉस्पिटल चालू हो चुकी है, जबकि 86 अभी बन रहे हैं और 14 के ऊपर काम चल रहा है। 2022 में 8 करोड से ज्यादा लोगों ने आयुष हेल्थ सिस्टम के जरिए अपना इलाज कराया था।