Ayurved: दिल की बीमारियों परेशान और उसके खर्चों से परिवारों पर पड़ने वाले बोझ झेलने वालों के लिए एक आंख खोलने वाली ख़बर सामने आई है। जिसमें एक गरीब ऑटो ड्राइवर के दिल की धमनियों का ब्लॉकेज आयुर्वेद के इलाज से पूरी तरह से खुल गया। जबकि मार्डन मेडिसिन में उसे स्टेंट डालने के लिए कहा गया था।
50 साल के ऑटो ड्राइवर अवधेश कुमार की धमनियां 90 प्रतिशत से ज्य़ादा तक ब्लॉक थी, नवंबर 2022 में उन्हें एक हार्टअटैक भी आया था। लेकिन अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान में कुछ महीनों के इलाज के बाद उनकी दिल की धमनियों का ब्लॉकेज पूरी तरह से ठीक हो गया।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली के जैतपुर में रहने वाले अशोक कुमार ने बताया कि 12 नवंबर 2022 को हार्टअटैक आया था। इस अटैक के बाद उन्हें दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में एक हफ्ते भर्ती रहना पड़ा था। कुछ महीनों के इलाज के बाद डॉक्टर्स ने एंजोप्लास्टी भी की ओर पता चला कि मेरी दोनों धमनियों में लगभग 90 प्रतिशत तक की ब्लॉकेज है। लेकिन मेरे पास इसके बाद के इलाज के लिए पैसे नहीं थे। इसलिए मैंने अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान में मेरी बीमारी के बारे में डॉक्टर्स को दिखाया। वहां असिटेंट प्रोफेसर दिव्या कजारिया ने अशोक कुमार का इलाज शुरु किया। जिसमें उन्होंने पंचकर्म की विरेचन थैरेपी दी, साथ ही वो 15 दिनों तक अस्पताल में भर्ती भी रहे, बाद में घर जाने के बाद तीन महीने तक अन्य दवाइयां भी दीं। इस इलाज के बाद अशोक कुमार की ब्लॉकेज 0 से 5 परसेंट तक रह गई, जोकि नार्मल थी। जब अशोक कुमार आयुर्वेद संस्थान में आए थे तो उनका चलना भी मुश्किल था, सिर्फ 50 कदम चलने पर उनकी सांस फूल जाती थी। डॉक्टर्स के मुताबिक LAD की ब्लॉकेज बहुत ही गंभीर होती है। लेकिन आयुर्वेद के इलाज के बाद अब अशोक कुमार पूरी तरह से ठीक हो गए हैं।