
Ayurved: मार्डन मेडिसिन में प्रोटीन की जरुरतें पूरा करने के लिए अंडे और मीट खाने के लिए कहा जाता है, लेकिन आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में बहुत सारे ऐसे खाने के उत्पाद हैं, जोकि प्रोटीन की जरुरतों को ना सिर्फ पूरा कर सकते हैं, बल्कि वो पचने में भी अंडे और मीट की तुलना में बहुत बेहतर हैं। अंडे में सिर्फ 6 ग्राम प्रोटीन होता है, जबकि भारतीय खाने में बहुत सारे ऐसे शाकाहारी उत्पाद हैं, जोकि प्रोटीन का भंडार हैं।
किसी व्यक्ति को एक दिन में 50 ग्राम से लेकर 84 ग्राम तक प्रोटीन की जरुरत होती है, अगर आप शाकाहारी हैं तो हम आपको बताते हैं कि किन किन शाकाहारी उत्पादों में भरपूर प्रोटीन पाया जाता है।
पनीर
दूध से बना हुआ पनीर प्रोटीन का भंडार है, जिसको आसानी से घर में ही तैयार भी किया जा सकता है। जिसकी सब्जी से लेकर बहुत अलग अलग डिश बनाई जा सकती हैं, जिनको बच्चों से लेकर बड़े आसानी से खाते हैं। एक आधा कप पनीर में 12 ग्राम प्रोटीन होता है। इसलिए खाने में प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए पनीर बहुत ही बेहतर उत्पाद है।
बादाम
बादाम की गिरी और इसके तेल से लेकर बटर तक सभी में बड़ी मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। सुबह सुबह अगर आपने पांच भीगी हुई बादाम की गिरियां खा ली तो समझिए आपकी काफी मात्रा में प्रोटीन जरुरतें पूरी हो गई। इसमें 10 ग्राम से अधिक प्रोटीन पाया जाता है। इसमें प्रोटीन के साथ साथ अन्य मिनिरल भी पाए जाते हैं।
सीताफल के बीज
आजकल बाजार में पम्पकिन सीड्स यानि सीताफल के बीज को खाने का काफी चलन बना हुआ है, दरअसल यह बीज प्रोटीन और दूसरे खनीजों का भंडार होता है, जिसके बारे में अब लोगों में जानकारी बढ़ी है, इसलिए लोग अब पम्पकिन सीड की ओर आकर्षित हो रहे हैं, यह प्रोटीन के लिए बहुत ही बेहतर है। साथ ही साथ इसमें जिंक, आयरन, मैग्नीशियम, पोटाशियम और सेलियम जैसे कई महत्वपूर्ण खनिज होते हैं, जोकि शरीर के लिए थोड़ी मात्रा में लेकिन जरुरी होते हैं।