मौसम में बदलाव हो रहा है और अब हल्की हल्की ठंडक मैदानी इलाकों में शुरू हो गयी है। वहीं अक्सर मौसमी संक्रमण और खांसी-जुकाम होने पर गुड़ खाने को कहा जाता है। आज नहीं बल्कि दादी-नानी के जमाने से ही गुड़ को इम्यूनिटी बूस्टर फूड्स के रूप में देखा जाता है। अकसर लोग इसे अजवाइन के साथ लेते हैं। गुड़ का शर्बत पिएं, गुड़ की चाय लें और फिर गर्म पानी के साथ कई तरह से गुड़ ले सकते हैं। लेकिन समझने वाली बात यह है कि गुड़ इम्यूनिटी बूस्ट क्यों और कैसे करता है (खांसी जुकाम फ्लू के उपचार के लिए गुड़), हम जानते हैं इसके सभी खास गुणों के बारे में जो हमें बीमारियों से बचा सकते हैं।
खांसी-जुकाम होने पर गुड़ क्यों खाना चाहिए?
- गुड़ गर्मी पैदा करता है
गुड़ की खास बात यह है कि इसे खाने से शरीर में गर्मी बढ़ती है। यह आपके शरीर के सभी अंगों को ऊर्जा प्रदान करता है और मौसमी बदलाव के साथ शरीर को बीमारियों से बचाने में मदद करता है। इसके अलावा यह शरीर के बाहरी और आंतरिक तापमान के बीच संतुलन बनाने में मदद करता है जिससे आप मौसम में अचानक बदलाव के कारण बीमार नहीं पड़ते हैं।
- गुड़ एंटी-इंफ्लेमेटरी है
गुड़ एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है और शरीर में सूजन को रोकने में मदद करता है। इस वजह से सर्दी-खांसी होने पर इसे खाना फायदेमंद हो जाता है। इससे गले की खराश समेत कई समस्याएं कम हो जाती हैं। इसके अलावा यह सिरदर्द और कमजोरी में भी मददगार है क्योंकि गुड़ में आयरन होता है और यह आयरन लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ावा देता है।
- गुड़ इम्यूनिटी बूस्टर है
गुड़ एंटीबैक्टीरियल होता है। यह टी कोशिकाओं को बढ़ावा देता है और मौसमी संक्रमण से शरीर की रक्षा करता है। इसका मतलब है कि आप कई मौसमी बीमारियों से बचे रहते हैं। जैसे अचानक फ्लू हो जाता है। सूखी खांसी और कफ होने पर भी गुड़ का सेवन कई तरह से फायदेमंद होता है। इसलिए, सर्दियां आ रही हैं इसलिए अपने आहार में गुड़ को शामिल करें।