जानिए कौन सी है आयुर्वेद में कोलेस्ट्रॉल कम करने की दवा? बना सकते हैं चाय

Date:

आजकल लाखों लोग खराब खान-पान, लाइफस्टाइल या जेनेटिक कारणों से हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या से परेशान हैं। नसों में जमा कोलेस्ट्रॉल की वजह से युवा से लेकर बूढ़े तक हर कोई दिल की बीमारियों का शिकार हो रहा है। कोलेस्ट्रॉल एक गंदा पदार्थ है जो आपके शरीर की नसों में जमा हो जाता है, जिसकी वजह से हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी जानलेवा बीमारियां बढ़ रही हैं। हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या शरीर में साइलेंट किलर का काम करती है। अर्जुन की छाल कोलेस्ट्रॉल को कम करने में फायदेमंद होती है। अर्जुन की छाल की चाय पीने से नसों में जमा गंदा कोलेस्ट्रॉल कम होता है।

कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए अर्जुन की छाल

अर्जुन की छाल में फ्लेवोनोइड्स, ग्लाइकोसाइड्स, फेनोलिक एसिड, ट्राइटरपेनोइड्स जैसे एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। अर्जुन की छाल की चाय शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार साबित होती है। आयुर्वेद में भी अर्जुन की छाल के फायदों का जिक्र है। अर्जुन की छाल आपके शरीर में दिल से जुड़ी बीमारियों से बचाती है। इस चाय को पीने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी कम होती है.

अर्जुन की छाल की चाय बनाने की विधि

अर्जुन की छाल की चाय बनाने के लिए एक बर्तन में 1 गिलास दूध डालें और फिर उसमें अर्जुन की छाल डालें या फिर आप अर्जुन की छाल का 1 चम्मच चूर्ण भी इस्तेमाल कर सकते हैं। दूध को तब तक उबालें जब तक कि दूध गाढ़ा न हो जाए और आधा न हो जाए। आपकी अर्जुन की छाल की चाय तैयार है, इसे गुनगुना पिएं। मिठास लाने के लिए आप इस चाय में 1 चम्मच शहद भी मिला सकते हैं। नियमित रूप से इस चाय को आहार में शामिल करने से उच्च कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है।

अस्वीकरण: यह सामग्री केवल सलाह सहित सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा एक विशेषज्ञ या अपने डॉक्टर से परामर्श करें। www.ayurvedindian.com इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

spot_imgspot_img

Popular

More like this
Related

Benifits of Jatamasi: रिसर्च में आई चौंकाने वाली जानकारी, अब लैब में उगाई जा सकेंगी जटामांसी

Benifits of Jatamasi:भारतीय परंपरागत चिकित्सा पद्धतियों में इस्तेमाल की...

Ayush sector in 10 years: दस सालों में 8 गुना बढ़ी है आयुष इंडस्ट्री

Ayush sector in 10 years: आयुष मंत्रालय में मंत्री...