BIS standerd for yoga: देश में योगा को लेकर बढ़ती जागरूकता को देखते हुए ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (BIS) योगा टीचर (yoga teachers) और योगा जिम (yoga centers) के लिए स्टैंडर्ड स्थापित करने जा रहे हैं। इसके साथ ही आयुर्वेदिक दवाओं के स्टैंडर्ड भी स्थापित करने की प्रक्रिया चल रही है, ताकि आयुर्वेद और योग के तौर पर इन सेवाओं में एकरूपता और क्वालिटी रहे।
Standardise Product of Ayush: आयुष में पुडि़या देने का कल्चर होगा बंद
बीआईएस के डायरेक्टर जनरल प्रमोद के तिवारी के मुताबिक, आयुष मंत्रालय के निर्देश के बाद उन्होंने ये स्टैंडर्ड तैयार करने शुरु किए हैं। आयुर्वेद और योग को लेकर कई तरह की भ्रांतियों और मार्डन तरीकों से उनके मानकों को स्थापित करने के लिए आयुष मंत्रालय लंबे समय से स्टैंडर्ड की बात करता आ रहा है। लेकिन अब इसकी पहल हो गई है।
प्रमोद तिवारी के मुताबिक ,अभी तक 17 आयुर्वेदिक जड़ी बुटियों के स्टैंडर्ड पब्लिश किए जा चुके हैं। जबकि अभी तक कुल मिलाकर 34 आयुर्वेदिक जड़ियों की पहचान की गई है। बाकी 17 जड़ी बुटियों के स्टैंडर्ड पर काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा आयुर्वेदिक दवाओं के स्टैंडर्ड में ऊंचे मापदंड स्थापना के लिए काम चल रहा है। उन्होंने बताया योग उपकरण, योगा सेंटर और उसके ऑपरेशन के लिए जरूरी ढांचे के लिए भी स्टैंडर्ड तैयार किए जा रहे हैं। योगा टीचर्स की भी न्यूनतम ट्रेनिंग को लेकर स्टैंडर्ड तैयार किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि आजकल योगा के बहुत सारे सेंटर देश दुनिया में खुल रहे हैं। इसीलिए इस प्रोडक्ट और सेवाओं को एक न्यूनतम स्टैंडर्ड तैयार हो रहे हैं।