Ayurveda research: देश में आयुर्वेदिक दवाओं पर रिसर्च को लेकर लगातार कंपनियां और संस्थान करार कर रहे हैं। ताजा मामले में इंस्टिट्यूट ऑफ टीचिंग एंड रिसर्च इन आयुर्वेदा (ITAR) और गुजरात बायोटेक्नॉलॉजी रिसर्च सेंटर (GBRC) ने आयुर्वेद की दवाओं पर रिसर्च करने के लिए समझौता किया है। यह रिसर्च चरक संहिता के आधार पर बताई गई दवाओं पर की जाएगी। ITAR को सरकार ने विशेष महत्व का सेंटर घोषित किया हुआ है, जोकि आयुर्वेद पर रिसर्च के साथ साथ ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स चलाता है। इस संस्थान में आयुर्वेद के मुताबिक औषधियों के गार्डन भी बनाए गए हैं।
देश में अब आयुर्वेद सेक्टर में रिसर्च को लेकर काफी काम हो रहा है। सरकार भी आयुर्वेद और अन्य पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को आगे बढ़ाने और उनमें रिसर्च पर काफी जोर दे रही है। इसको देखते हुए ही काफी संस्थान मार्डन फैसिलिटी वाली रिसर्च संस्थाओं के साथ समझौते कर रही हैं, ताकि आयुर्वेद सेक्टर में बेहतर रिसर्च हो सके और आयुर्वेद का लाभ दुनियाभर के लोग उठाएं।