आयुर्वेद की चिकित्सा पद्धति को घर-घर पहुंचने के लिए आयुष मंत्रालय ने एक बड़ा अभियान चलाया हुआ है। आयुर्वेद दिवस को मनाने के लिए इस बार मंत्रालय ने बड़े शहरों की बजाए छोटे शहरों की ओर रुख किया है। इसके तहत ही आयुर्वेद दिवस का मुख्य कार्यक्रम इस बार दिल्ली की बजाए पंचकुला में मनाया जा रहा है। आयुर्वेद दिवस की प्रदर्शनी का उद्घाटन केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनेवाल ने किया। इस दौरान केंद्रीय आयुष राज्यमंत्री डॉ. मंजूपारा महेंद्रभाई भी उपस्थित रहे।
दरअसल मोदी सरकार आने के बाद से ही बड़े स्तर पर आयुर्वेद दिवस मनाया जा रहा है। भगवान धन्वंतरि के प्रकट होने वाले दिन पर मनाया जाता है। इस बार आयुष मंत्रालय ने आयुर्वेद पर्व से पहले स्कूल कॉलेज से लेकर अलग-अलग संस्थानों में आयुर्वेद को लेकर जन जागरण अभियान चलाया हुआ है। अभी तक इसको लेकर बाइक रैली, स्कूलों में चर्चा और कॉलेजों में इसपर डिबेट भी आयोजित की गई है।
पंचकूला में विश्व आयुर्वेदिक दिवस पर केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री डॉ मंजूपारा महेंद्र भाई ने कहा कि आयुर्वेद दिवस की तैयारी को लेकर आयुर्वेद फॉर वन हेल्थ अभियान मंत्रालय ने चलाया हुआ है। इस अभियान को लगभग 12 करोड लोगों का समर्थन मिल चुका है। उन्होंने कहा की आयुर्वेद अब एक अंतरराष्ट्रीय जन आंदोलन बन चुका है। उन्होंने जानकारी दी कि आयुष मंत्रालय देश में आयुर्वेदिक दवाओं के मूल्य निर्धारण को लेकर काम कर रहा है, ताकि देश में कहीं भी आयुष की दवाएं लेने पर एक जैसे दाम मिले।