Fasting Tips to stay Energetic : उपवास के दौरान ऊर्जावान रहने के लिए अपनाएं ये आयुर्वेद टिप्स

Fasting Tips according to ayurveda to stay Energetic : नारियल पानी और कुछ अन्य रस (juice)आपको हाइड्रेटेड (hydrate) रखते हैं आयुर्वेद सदियों से मानव जाति के लिए एक वरदान रहा है। जब तक मानव सभ्यता में आधुनिक चिकित्सा पद्धतियां नहीं थीं, तब तक भारतीय उपमहाद्वीप में लोग अपनी बीमारियों के इलाज के लिए आयुर्वेद पर निर्भर थे। आज भी बहुत से लोग एलोपैथी (aloepathy) से ज्यादा आयुर्वेद को मानते हैं। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सभी एलोपैथिक दवाएं पौधों, जानवरों आदि में प्राकृतिक (natural) रूप से पाए जाने वाले यौगिकों का व्युत्पन्न हैं जो हमें भीतर से ठीक करने में सक्षम होने के लिए एकाग्रता (focus) में बढ़ा दी गई हैं। यहां, हम बात करेंगे कि कैसे एक व्यक्ति उपवास के दौरान भी ऊर्जावान (energetic) रह सकता है।

उपवास आपके भोजन को नियमों के आधार पर प्रतिबंधित करने की एक प्रक्रिया है, यह एक आहार आहार या कुछ धार्मिक विश्वास के कारण हो सकता है। कई बार पर्याप्त मात्रा में कार्बोहाइड्रेट (carbohydrate) न लेने के कारण ऐसा होता है कि हमारे अंदर उतनी ऊर्जा नहीं रह जाती जितनी आमतौर पर होती है। अपने शरीर को इष्टतम ऊर्जावान स्तर पर रखने के लिए यहां कुछ आयुर्वेदिक सुझाव दिए गए हैं:

औषधिक चाय (herbal tea)

उपवास के दौरान हर्बल चाय आपको ऊर्जावान बनाए रखने में मदद कर सकती है। इसके और भी बहुत से फायदे हैं। यह अपशिष्ट पदार्थों को त्यागने और शरीर को शुद्ध करने में मदद करता है।

त्रिफला (trifla)

जब आप उपवास का अभ्यास कर रहे हों तो त्रिफला खाने से आपकी ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने में मदद मिल सकती है। इसमें डिटॉक्सिफाइंग गुण होते हैं और पाचन में भी सुधार होता है।

मेवे

व्रत के दौरान सूखे मेवे खाने से आप पूरे दिन एक्टिव रहते हैं। ये आपको हल्का रखते हैं और आपको भूख भी नहीं लगने देते। वे ऊर्जा बचाने में मदद करते हैं और आप आलसी महसूस नहीं करते हैं।

रस (juice)

वैसे भी फलों के रस का सेवन एक स्वस्थ अभ्यास माना जाता है। उपवास के दौरान कुछ जूस और सूखे मेवों की तुलना में दोपहर के भोजन के लिए बेहतर क्या है? नारियल पानी और कुछ अन्य रस आपको हाइड्रेटेड रखते हैं और आपके इलेक्ट्रोलाइटिक संतुलन को बनाए रखते हैं जो बदले में आपको ऊर्जावान बनाए रखता है।

नींबू-पुदीना पानी (lemon water)

आयुर्वेद ने नींबू और पुदीना को विशेष स्थान दिया है। वे आपको हाइड्रेटेड रखते हैं और शरीर के विषाक्त पदार्थों से छुटकारा पाने में मदद करते हैं।

अगर आप व्रत रखने की योजना बना रहे हैं तो ऊपर बताई गई सामग्री और जूस आपको पूरे दिन ऊर्जावान बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।

Related Posts

बच्चों में होने वाले रोगों पर राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ का सम्मेलन

बच्चों को होने वाले रोगों (diseases affecting children) में किस तरह से आयुर्वेद बेहतर भूमिका निभा सकता है और बिना किसी साइड इफेक्ट के बच्चों की बीमारियां ठीक की जा…

विलुप्त होते औषधीय पौधों को बचाने की पहल

नई दिल्ली। लुप्त और दुर्लभ पौधों (Rare ayurveda plants) को बचाने के लिए आयुष मंत्रालय ने एक बड़ी पहल की है। इसके तहत निजी कंपनियां औषधि बोर्ड और कई और…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You Missed

बच्चों में होने वाले रोगों पर राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ का सम्मेलन

बच्चों में होने वाले रोगों पर राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ का सम्मेलन

विलुप्त होते औषधीय पौधों को बचाने की पहल

विलुप्त होते औषधीय पौधों को बचाने की पहल

Ayurved: मीट और अंडे की बजाए खाएं यह तो मिलेगा भरपूर प्रोटीन

  • By एसk
  • July 17, 2025
  • 985 views
Ayurved: मीट और अंडे की बजाए खाएं यह तो मिलेगा भरपूर प्रोटीन

Impact of Yoga Day: योग और ध्यान पर रिसर्च और क्लिनिकल ट्रायल्स में भारी बढ़ोतरी

Impact of Yoga Day: योग और ध्यान पर रिसर्च और क्लिनिकल ट्रायल्स में भारी बढ़ोतरी