Ayush Wellness Centre : राष्ट्रपति ने किया आयुष आरोग्य केंद्र का उद्घाटन |

Date:

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को यहां प्रेसिडेंट्स एस्टेट में उन्नत आयुष संपूर्ण स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन किया।

देश के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द ने आयुष आरोग्य केंद्र का उद्घाटन किया

आयुष मंत्रालय और राष्ट्रपति सचिवालय की संयुक्त पहल के रूप में 25 जुलाई 2015 को प्रेसिडेंट्स एस्‍‍टेट में आयुष वेलनेस सेंटर (Aayush Wellness Center) (एडब्ल्यूसी) शुरू हुआ था।

आयुष मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि एडब्ल्यूसी में आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी (Homeopathy Treatment ) उपचार की सुविधा है और यह राष्ट्रपति सचिवालय के अधिकारियों और प्रेसिडेंट्स एस्टेट के निवासियों की चिकित्सा आवश्यकताओं (Medical Needs ) को पूरा करता है।

मंत्रालय के मुताबिक कहा गया कि राष्ट्रपति भवन में आयुष सं‍पूर्ण स्वास्थ्य केन्‍‍द्र की “स्थापना, कामकाज और विशेष उपलब्धियों” के बारे में जानकारी देने वाली एक पुस्तक का विमोचन भी आज आयुष राज्य मंत्री डॉ. मुंजपरा महें‍द्रभाई (Dr. Munjpara Mahendrabhai ) ने विमोचन किया।

प्रकाशन की सराहना करते हुए, राष्ट्रपति ने पुस्तक में निहित अपने संदेश में कहा, “मुझे यह जानकर प्रसन्नता हो रही है कि इस केन्द्र से बड़ी संख्या में रोगी लाभान्वित हुए हैं। रोगी शिक्षा कार्यशालाएं, स्कूल स्वास्थ्य कार्यक्रम और ओपीडी (OPD) तक पहुंच आदि जैसी पहल इस केन्‍‍द्र के द्वारा की गई हैं। कोविड-19 (Covid -19 ) महामारी के दौरान शुरू की गई टेलीमेडिसिन सुविधाओं और ऑनलाइन योग कक्षाओं ने इस कठिन दौर में लाभार्थियों की मदद की।”

केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल भी कार्यक्रम में शामिल हुए।

बयान के अनुसार , सोनोवाल ने कहा कि आयुष चिकित्सा पद्धति का उपयोग सदियों से स्वास्थ्य देखभाल के लिए पारंपरिक रूप से किया जाता रहा है। उन्होंने कहा कि आयुष प्रणालियों की स्वास्थ्य के लिए प्रोत्साहक, रोकथाम करने वाली और उपचारात्मक भूमिका जनता के बीच इसकी स्वीकृति का कारण हैं।

आयुष सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने कहा कि इस केंद्र की स्वीकृति के स्तर का अंदाजा इसी बात से लगा सकते है कि बीते सात वर्षों में प्रेसिडेंट्स एस्टेट के 1.6 लाख से ज्यादा निवासियों ने इस कें‍द्र का दौरा किया है। कें‍द्र द्वारा अब तक कुल 60 शोध पत्र प्रकाशित किए गए हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

spot_imgspot_img

Popular

More like this
Related

यूरोपीय देशों में भी हो रही है Ayurveda को लेकर चर्चाएं

भारतीय आयुर्वेद (Indian Ayurveda) की धूम दुनिया जहान में...

क्यों है Pranayama जीवन को स्वस्थ और सुखी रखने का उपाए

Practicing Pranayama: इन दिनों देश दुनिया में मानसिक रोग...

Ayurveda से इलाज के लिए 5 करोड़ लोगों का किया जाएगा प्रकृति परीक्षण

केंद्रीय आयुष मंत्रालय (Union Ministry of AYUSH) देशभर में...