Exams in Ayurved Hospital : आयुर्वेद अस्पताल में एम.बी.बी.एस छात्राओ के परीक्षण शुरू

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गोहाना मुद्रिका, 24 जून : गांव खानपुर कलां स्थित बीपीएस राजकीय महिला मेडिकल कॉलेज (Bhagat Phool Singh Government Medical College) से एम.बी.बी.एस. (MBBS) की 25 छात्राएं शुक्रवार को भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय (Bhagat Phool Singh Mahila Vishwavidyalaya) के माड़ सिंह मेमोरियल आयुर्वेद संस्थान (MSM Institute of Ayurveda) में पहुंची। इंटर्न छात्राएं संस्थान के आयुर्वेद अस्पताल में एक सप्ताह तक आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति का प्रशिक्षण लेंगी। आयुर्वेद संस्थान के प्राचार्य डा. महेश दाधीच

(Prof.(Dr.) Mahesh Dadhich) https://twitter.com/mahesh_dadhich?s=20&t=NltV_SEA7oDTQngw7XkeTw

ने बताया कि हाल ही में मेडिकल कॉलेज और आयुर्वेद कॉलेज के बीच एम.ओ.यू. (MOU) हुआ था। इसके तहत आयुर्वेद कॉलेज की इंटर्न छात्राएं मेडिकल प्रशिक्षण के लिए मेडिकल कॉलेज और मेडिकल कॉलेज की छात्राएं आयुर्वेद पद्धति जानने के लिए आयुर्वेद संस्थान आएंगी।

शुक्रवार को मेडिकल कालेज की छात्राओं से आमने सामने होते हुए प्रो महेश दाधीच (Prof.(Dr.) Mahesh Dadhich) ने आयुर्वेद के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद पद्धति में न केवल बीमारियों का इलाज होता है बल्कि बीमारियों के कारणों को जानकर भविष्य में ऐसी बीमारी फिर कभी न हो पद्धति के तहत इलाज होता है। उन्होंने बताया की आयुर्वेद में बहुत सारी बीमारियों की जड़ पेट को माना गया है। अगर आपका पाचन तंत्र ठीक नहीं है तो आप कई बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। मोटापा (Obestiy ) भी मनुष्य का दुश्मन है। आप जितने मोटे होंगे उतने ही रोग होने की संभावना ज्यादा होगी। प्रो. दाधीच (Prof.(Dr.) Mahesh Dadhich) ने कहा कि आयुर्वेद आयु और वेद से बना उन्होंने कहा कि अगर हम आयुर्वेद के अनुसार अपना व्यवहार और आहार अपना ले तो रोग मुक्त जीवन जी सकते है । इस मौके पर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. महेंद्र शर्मा (Dr. Mahesh Sharma) ने आयुर्वेद के प्रमुख सिद्धांत व क्लीनिकल विषयों के बारे में जानकारी दी | फार्मेसी प्रभारी पीयूष चौधरी (Piyush Chaudhary ) ने आयुर्वेद में बनने वाली दवाओं के निर्माण के बारे में बताया।

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