Medicine for liver and skin: देश में कड़ी पत्ते का इस्तेमाल सैकड़ों सालों से हो रहा है, भारत के दक्षिणी हिस्से में इस प्लांट के पत्तों का इस्तेमाल बहुत ज्य़ादा किया जाता है। लेकिन कमोवेश पूरा भारत की कड़ी पत्ते के बारे में जानता है। भारत में आसानी से लगने वाला ये पौधा और पेड़ काफी घरों में देखने को मिल जाता है
कैसे लगाया जाता है कड़ी पत्ता
कड़ी पत्ते का पौधा बड़ी आसानी से लगाया जा सकता है, इसे नर्सरी से लाकर सीधा ज़मीन पर लगाया जा सकता है। इसके लिए एक 30 सेंटीमीटर का एक गड्डा किया जाए और उसमें मिट्टी के साथ खाद मिलाकर पौधा लगाया जाए तो जल्दी वो जम़ीन में जम जाता है। पौधे को लगाने के तुरंत बाद ही पानी देना चाहिए। इसके बाद अगले तीन सालों तक दो या तीन दिन में इसमें पानी की जरूरत होती है। इसके बाद ये खुद ज़मीन से पानी लेने लगते हैं। हालांकि शहर में जगह की कमी होने की वजह से लोग इसे गमलों में भी लगा लेते हैं। गमले में कड़ी पत्ता लगाने से पहले ध्यान रखें कि गमला जितना बड़ा होगा, पौधा उतना ही स्वस्थ होगा। इस पौधे को पानी की जरुरत कम होती है साथ ही इसको 4 से 6 घंटे धूप चाहिए।
औषधिय गुण
कड़ी पत्ता बहुत ही गुणकारी होता है। इसका उपयोग सब्जी में तो होता ही है। साथ ही इसको पत्ते को कच्चा भी चबाया जाता है। जिन लोगों को पेट से संबंधित समस्याएं हों, मसलन कब्ज, गैस, जलन, अपच आदि तो उन्हें इसके पत्तों का एक चम्मच जूस रोज़ सुबह लेने से इसमें काफी फायदा होगा। कड़ी पत्तों के रोज़ाना उपयोग से त्वचा की बीमारियां भी दूर होती है, आपकी स्किन में चमक बढ़ जाती है। कड़ी पत्ता लस्सी या छाछ में काफी उपयोगी होता है। कड़ी पत्ते को पीसकर इसका एक पेस्ट बना लिया जाए और इसको छाछ में डालकर पीने से ये लीवर के टोनिक की तरह काम करता है।