देश में आयुर्वेदिक और हर्बल फूड (Ayurvedic and Herbal Food) को बढ़ावा देने के लिए अब आयुष मंत्रालय (Ministry of AYUSH) ने नए नए तरीके अपनाने शुरु किए हैं, इसके तहत राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ ने जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर आयुर्वेदिक आहार पर एक ट्रेनिंग कोर्स शुरु किया है। इस ट्रेनिंग कोर्स के जरिए नए-नए आंत्रप्रेन्योर को बढ़ावा दिया जाएगा, ताकि आयुर्वेद आधारित खाद्य उत्पादों को बढ़ावा दिया जा सके।
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आयुर्वेदिक आहार में लोगों की जागरुकता लगातार बढ़ रही है, बहुत सारे रेस्ट्रां और खाना का कारोबार करने वाले हर्बल और आयुर्वेदिक आहार पर ध्यान देने लगे हैं। कम से कम हेल्थी फूड अब लोगों में जगह बना चुका है। बहुत सारे लोग हर्बल और आयुर्वेद के नाम पर खाने का काम तो शुरु कर देते हैं, लेकिन इसके लिए क्या क्या सर्टिफिकेट लेने होते हैं, कैसे इसकी मार्केटिंग करनी है, इसकी जानकारी कम ही होती है। इसलिए अब नए एंटरप्रन्योर्स को इसकी ट्रेनिंग देने के लिए राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ ने एक विशेष ट्रेनिंग कोर्स चलाया है। जोकि 8 से 12 जुलाई के बीच चलाया जा रहा है। जिसमें 25 लोगों को पहले आओ पहले पाओ के आधार पर एडमिशन दिया जाएगा।
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राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ के मुताबिक, देश दुनिया में आयुर्वेदिक आहार बहुत ही तेज़ी से बढ़ रहा है। जिसको देखते हुए यह ट्रेनिंग कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिसमें फूड टेक्नॉलॉजी विशेषज्ञों के साथ साथ फूड रेगुलेटरी संस्था एफएसएसएआई के विशेषज्ञ भी आएंगे। साथ ही आयुर्वेद के मुताबिक कौन कौन से खाने बाज़ार में चल सकते हैं, उनके बारे में भी जानकारी दी जाएगी।