Ayurveda jobs in Rajasthan: अजमेर में संविदा आयुर्वेद चिकिस्तकों ने एक बार फिर धरना शुरु कर दिया है। इससे पहले भी इन संविदा आयुर्वेदाचार्यों ने स्थायी पदों को भरने के लिए 369 दिनों तक आयुर्वेद निदेशालय के सामने शांतिपूर्ण तरीके से धरना दिया था। अब चिकित्सक अपनी चार सूत्रों मांगों को लेकर दोबारा धरने पर बैठ गए हैं। दरअसल राजस्थान में आयुर्वेद चिकित्सकों को अस्थायी तौर पर तो अस्पतालों और डिसपेंसरियों में लगा दिया गया है। लेकिन जो पद रियारमेंट या अन्य तरीकों से खाली हुए हैं। उनको स्थायी तौर पर नहीं भरा जा रहा है। इसके स्थान पर अशोक गहलोत सरकार संविदा के नाम पर आयुर्वेद चिकित्सकों को नौकरी पर ले रही है।
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राज्य में करीब 639 स्थायी आयुर्वेद चिकित्सकों के पद खाली हैं। नियम के मुताबिक इनकी भर्ती के लिए प्रक्रिया शुरु होनी चाहिए थी। लेकिन अभी तक राज्य सरकार इसपर ध्यान नहीं दे रही है। संविदा आयुर्वेदिक चिकित्सा एसोसिएशन के मुताबिक फिलहाल 639 स्थायी पद खाली हैं। नए अस्पतालों और अन्य चिकित्सा डिस्पेंसरियों के खुलने पर ये स्थायी पद करीब 1000 हो जाएंगे। ऐसे में एसोसिएशन ने आह्वाहन किया है कि सभी संविदा आयुर्वेद चिकित्सकों को मिलकर धरना देना चाहिए।