Charak Shapath: भारत में अब डॉक्टर्स हिप्पोक्रेटिक ओथ (Hippo) की बजाए महार्षि चरक की शपथ लेंगे। इस साल जो छात्र एमबीबीएस के बैच में शामिल हुए हैं, उनको MBBS पूरी करने पर हिप्पोक्रेटिक शपथ के बजाय महर्षि चरक शपथ दिलाई जाएगी। राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग, चिकित्सा शिक्षा नियामक प्राधिकरण ने MBBS के नए बैच के लिए इसको अनिवार्य कर दिया है। इसके लिए राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने एक सर्कुलर भी निकाल दिया है।
दरअसल अभी तक भारत में MBBS डॉक्टर्स जो शपथ लेते हैं, वो भारतीय परिवेश के मुताबिक नहीं होती है। जबकि भारत में सदियों से वैद्य महार्षि चरक की शपथ लेते आए हैं।
राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) ने पहले ही प्रस्ताव दिया था कि हिप्पोक्रेटिक शपथ को चरक शपथ से बदला जा सकता है। हालांकि इससे पहले सरकार ने राज्यसभा में कहा था कि ऐसे किसी प्रस्ताव पर विचार नहीं किया जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री भारती पंवार ने राज्यसभा में कहा था कि हिप्पोक्रेटिक ओथ को महार्षि चरक शपथ से बदलने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
MBBS के नए कोर्स में अब आयुर्वेद को पहले से ज्य़ादा पढ़ाया जाएगा। यानि अब MBBS मेडिकल कॉलेज को आयुर्वेद के टीचर्स भी अपने छात्रों को पढ़ाने के लिए रखने होंगे। इसके साथ ही बेसिक कोर्स में योग को भी शामिल किया गया है और रोज़ कम से कम एक घंटा योग कराने के लिए भी कहा गया है।