How to do Yoga: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर दुनियाभर में करोड़ों लोगों ने एक साथ योग किया है, लेकिन योग को जीवन का हिस्सा बनाने से बहुत सारी बीमारियों को ना सिर्फ रोका जा सकता है, बल्कि मन और शरीर दोनों को मज़बूत बनाया जा सकता है।
भारत के प्राचीन ग्रंथों में योग को मन, शरीर और आत्मा का मेल बताया गया है। एक बार जीवन में जब इन तीनों में कॉर्डिनेशन आ जाता है, तो हमारा शरीर बहुत ही स्वस्थ्य रहता है। किसी भी शारीरिक व्यायाम का गहरा लंबा व स्थाई परिणाम होता है। आर्ट ऑफ लिविंग के मुताबिक, योग केवल शरीर को स्वस्थ ही नहीं करता बल्कि शरीर की शक्ति भी बढ़ाता है। हालांकि लोगों का मानना है कि जिम में जाकर पसीना बहाने से ही शरीर ताकत बढ़ती है। शरीर की शक्ति बढ़ाने के लिए यह जरुरी नहीं है कि भारी वजन उठाया जाए। योगा (योग) करना एक सरल और आसान विकल्प है, जोकि शारीरिक शक्ति बढ़ाने के साथ साथ शरीर के लचीलापन भी लाता है।
क्यों करें योग
रोज़ाना योग अभ्यास करने से काम करने की शक्ति बढ़ाती है, जोकि प्रतिदिन के कार्यों में जैसे उठना, झुकना, बैठना, चलना आदि में शरीर को सहायता करता है।
ज्य़ादातर योग मुद्राओं में खास तरीक से सांस छोड़ना और लेना बताया जाता है, जोकि पूरे शरीर में खून के दौरा, शरीर के प्रत्येक अंग तक ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है, इससे शरीर में लचीलेपन, गतिशीलता और शक्ति आती हैं।
योग की विभिन्न मुद्राओं को एक बार करने के बाद शरीर को आराम देना भी बहुत जरुरी है। इसलिए दोबारा योग करने से पहले कम से कम 24 घंटों का समय दें। बेशक योग शरीर को मजबूत करने वाला है, परंतु फिर भी यह एक गहन शारीरिक अभ्यास है। इसलिए शरीर के तंत्रिका तंत्र को कुछ समय चाहिए, ताकि वो वापस सामान्य स्थिति में आने के लिए।