Paan patta for uric acid: आजकल खराब लाइफस्टाइल और गलत खानपान की वजह से लोगों को कई ऐसी बीमारियां हो रही है, जोकि बहुत ही आसानी से काबू में आ सकती है। इन्हीं बीमारियों में से एक यूरिक एसिड बढ़ने की बीमारी भी है। जोकि अब बहुत ही आम हो गई है।
आयुर्वेद के मुताबिक सिर्फ ख़ान पान में तब्दीली से ही शरीर में यूरिक एसिड के बढ़ने पर काबू पाया जा सकता है। आजकल युवा भी तेजी से इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। यूरिक एसिड के बढ़ने से हड्डियां धीरे-धीरे कमजोर होने लगती हैं, साथ ही इसका असर किडनी से लेकर लिवर तक पड़ता है।
आयुर्वेद में पान के पत्तों को यूरिक एसिड में दवा के तौर पर बहुत ही कारगर बताया गया है। मार्डन शोध के मुताबिक भी इन पत्तों का इस्तेमाल यूरिक एसिड को कम करने में बहुत ही मददगार है। यूरिक एसिड के मरीजों को बस रोजाना एक या दो पान के पत्ते चबाना होगा। इससे आपका यूरिक एसिड कम होने लगेगा। हालांकि इस दौरान चाय काफी, अल्कोहल, जंग फूड और नॉन वेज से दूर रहना होगा। तंबाकू का सेवन भी छोड़ना होगा। साथ ही पानी भरपूर पीना पड़ेगा। सुबह जल्दी उठकर योग और अन्य व्यायाम भी करने पड़ेंगे।