Health and millets: मिलेट यानि मोटे अनाज के जरिए हम अपने स्वास्थ्य को बेहतर कर सकते हैं, खानपान में इनको शामिल कर बीपी शुगर जैसी बीमारियां नियंत्रण में आ सकती है। इसको लेकर जागरूकता फैलाने और स्वास्थ्य के लिए इसके लाभदायक होने के बारे में राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ एक वेबिनार करने जा रहा है।
राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ में “पोषण पखवाड़ा” मनाया जा रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक हर साल लगभग 1.70 करोड़ लोगों की मौत नॉन कम्युनिकेबल डिसीसिस यानी कैंसर, हार्ट संबंधी बीमारियां और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों से होती है। इन पर आसानी से काबू पाया जा सकता है, अगर हम अपने खान-पान को सुधार लें, इस खानपान में अगर मोटे अनाजों का मिश्रण कर लिया जाए तो इन बीमारियों को काफी हद तक काबू में किया जा सकेगा। इन बीमारियों में आयुर्वेद चिकित्सा बहुत ही प्रभावी होती है। आयुर्वेद ग्रंथों के मुताबिक, आहार या खाना अच्छी सेहत के तीन प्रमुख स्तंभों में से एक है।
राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ के मुताबिक यूनाइटेड नेशन ने इस साल को इंटरनेशनल मिलेट ईयर घोषित किया है। इसको लेकर राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ एक ट्रेनिंग प्रोग्राम करने जा रहा है जोकि वर्चुअल होगा। प्रतिभागियों को इसके लिए सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा।