झुर्रियों को दूर करने के लिए क्या खाएं, जानिए 4 फलों के फायदे

झुर्रियां कम करने वाले फल: समय के साथ हमारी त्वचा खराब होने लगती है। जीवनशैली और खान-पान से जुड़ी कमियां त्वचा को नुकसान पहुंचाती हैं। इसके अलावा आसपास का प्रदूषित वातावरण त्वचा से नमी छीन लेता है और कोलेजन को नुकसान पहुंचाता है। कोलेजन का नुकसान त्वचा को भीतर से तोड़ देता है और इसकी लोच को नुकसान पहुंचाता है। इसके अलावा हाइड्रेशन की कमी के कारण त्वचा में फाइन लाइन्स (झुर्रियों के लिए कोलेजन बूस्टर फल) की समस्या बढ़ने लगती है। ऐसे में आप कुछ फलों का सेवन कर सकते हैं जो इन सभी समस्याओं का समाधान बन सकते हैं।

  1. संतरे

संतरा त्वचा की कई समस्याओं का समाधान हो सकता है। दरअसल, संतरे में विटामिन सी की अच्छी मात्रा होती है और यह फाइन लाइन्स और रेडिकल्स से होने वाले नुकसान को रोकता है। इसके अलावा संतरा हाइड्रेशन से भरा होता है और यह त्वचा को अंदर से नमी देता है। इससे स्किन पोर्स हेल्दी रहते हैं, झुर्रियां और फाइन लाइन्स कम होती हैं और स्किन में लंबे समय तक ग्लो बना रहता है।

  1. सेब

सेब में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट आपकी त्वचा की कई समस्याओं को कम कर सकते हैं। वे आपकी त्वचा पीएच को स्वस्थ रखते हैं और इसे कट्टरपंथी क्षति से बचाते हैं। जब आप सेब खाते हैं तो यह आपकी त्वचा को भी फायदा पहुंचाता है। यह कोलेजन उत्पादन को बढ़ाता है और त्वचा में नमी बनाए रखने के साथ चेहरे में महीन रेखाओं को कम करता है। इसीलिए हेल्दी स्किन के लिए रोजाना 1 सेब खाएं।

  1. एवोकैडो

एवोकैडो ओमेगा -3 में भी समृद्ध हैं जो कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देता है। यह त्वचा में महीन रेखाओं को कम करता है, मुहांसों को कम करता है और त्वचा संबंधी कई समस्याओं को कम करने में सहायक है। इसके अलावा इसका भोजन शरीर में हाइड्रेशन और पीएच बैलेंस बनाए रखने में भी मददगार होता है।

  1. कीवी

कीवी का सेवन करने से त्वचा की कई समस्याओं को ठीक किया जा सकता है। कीवी आपके कोलेजन और इलास्टिन के स्तर को उत्तेजित करता है। इसमें विटामिन सी और ई अच्छी मात्रा में होता है। यह उम्र बढ़ने के संकेतों से लड़ता है और आपके प्राकृतिक कोलेजन उत्पादन को नुकसान से भी बचाता है। तो, इन फलों का सेवन करें और अपनी त्वचा को झुर्रियों से बचाएं और इसे स्वस्थ बनाएं।

  • Related Posts

    बच्चों में होने वाले रोगों पर राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ का सम्मेलन

    बच्चों को होने वाले रोगों (diseases affecting children) में किस तरह से आयुर्वेद बेहतर भूमिका निभा सकता है और बिना किसी साइड इफेक्ट के बच्चों की बीमारियां ठीक की जा…

    विलुप्त होते औषधीय पौधों को बचाने की पहल

    नई दिल्ली। लुप्त और दुर्लभ पौधों (Rare ayurveda plants) को बचाने के लिए आयुष मंत्रालय ने एक बड़ी पहल की है। इसके तहत निजी कंपनियां औषधि बोर्ड और कई और…

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    You Missed

    बच्चों में होने वाले रोगों पर राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ का सम्मेलन

    बच्चों में होने वाले रोगों पर राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ का सम्मेलन

    विलुप्त होते औषधीय पौधों को बचाने की पहल

    विलुप्त होते औषधीय पौधों को बचाने की पहल

    Ayurved: मीट और अंडे की बजाए खाएं यह तो मिलेगा भरपूर प्रोटीन

    • By एसk
    • July 17, 2025
    • 977 views
    Ayurved: मीट और अंडे की बजाए खाएं यह तो मिलेगा भरपूर प्रोटीन

    Impact of Yoga Day: योग और ध्यान पर रिसर्च और क्लिनिकल ट्रायल्स में भारी बढ़ोतरी

    Impact of Yoga Day: योग और ध्यान पर रिसर्च और क्लिनिकल ट्रायल्स में भारी बढ़ोतरी