PM Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कि हर्बल प्लांट्स (Herbal plants) हमारे लिए ग्रीन गोल्ड है। हमारे यहां माना जाता है कि कोई अक्षर ऐसा नहीं है जिससे कोई मंत्र शुरु ना होता है। कोई ऐसी जड़ी नहीं है जिससे कोई औषधी ना बनती है। इसी संपदा को हर्बल और मेडिसनल प्लांट्स (Medicinal plants) के उत्पादन को प्रोत्साहन कर रही है। इससे किसानों की आय और आजिविका बढ़ाने का अच्छा साधन हो सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूरा भाषण यहां सुनें..
प्रधानमंत्री मोदी ने आयुष इंवेस्टमेंट समिट (Ayush Investment Summit) का उद्घाटन करते हुए कहा कि, ये पहली बार हो रहा है कि आयुष के लिए इंवेस्टमेंट समिट हो रही है। कोरोना के समय में पहली बार इसका विचार उस समय आया जब कोरोना के कारण पूरी दुनिया में हड़कंप मचा हुआ था।उस समय आयुर्वेदिक दवाएं और आयुष काढ़ा इम्युनिटी बढ़ाने में लोगों की मदद कर रहा था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने 50 से ज्य़ादा देशों एमओयू साइन किए हैं, जोकि हमारे हर्बल उत्पादों के निर्यात में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि कोरोना के दौरान भारत से हल्दी का एक्सपोर्ट बहुत बढ़ गया था। इसी दौर में मॉर्डन फार्मा कंपनियां और वैक्सीन मैन्यूफैक्चरिंग बनाने वाली कंपनियों ने समय पर निवेश मिलने पर कमाल कर दिखाया। कभी किसी को भरोसा नहीं था कि हम इतनी जल्दी कोरोना की मेड इन इंडिया वैक्सीन विकसित कर पाएंगे।
अब समय आ गया है कि आयुष क्षेत्र में भी निवेश और इंवेस्टमेंट को ज्य़ादा से ज्य़ादा बढ़ाया जाए। आयुष के क्षेत्र में इंवेस्टमेंट और इनोवेशन की संभावनाएं। दवाएं, सप्लीमेंट और कॉसमेटिक उत्पादन में हम पहले ही बहुत तेज़ी देख रहे हैं। 2014 से पहले 3 बिलियन डॉलर से भी कम का काम था। आज ये बढ़कर 18 बिलियन डॉलर से भी ज्य़ादा हो गया है। आयुष उत्पादों की मांग बढ़ रही है, उससे आने वाले सालों में ये और ज्य़ादा बढ़ेगी।