Yoga for student: अगर परीक्षा में बेहतर रिजल्ट चाहिए तो अपनाएं भ्रामरी योग

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Yoga for student: बोर्ड के साथ साथ अन्य एक्ज़ाम का दौर चल रहा है और बच्चों के साथ साथ उनके माता पिता भी तनाव (along with children, their parents also face stress) से गुजर रहे हैं, ऐसे में योग के जरिए इस तनाव को कम किया (stress was reduced through yoga) जा सकता है और बच्चों में ध्यान को बढ़ा सकता है। योगाचार्या कविता के मुताबिक, बच्चों पर ध्यान दिया जाना जरुरी है। उनपर ज्यादा दबाव देने से समस्या बढ़ सकती है, लिहाजा उन्हें प्रेरित कर योग कराना चाहिए।

योगाचार्या कविता के मुताबिक, बच्चों में ध्यान और स्मरण शक्ति को बढ़ाने के लिए भ्रामरी (Bhramari to increase attention and memory power in children) करना बहुत ही आवश्यक है। इस योग के जरिए बहुत सारी परेशानियों को दूर किया जा सकता है। इसके जरिए हम अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रीत करते हैं। इस योगमुद्रा में हम सांस लेने के पैटर्न और भावनात्मक स्थिति के बीच संबंध को बेहतर करते हैं। यह योग चिंता, क्रोध, उत्तेजना, हताशा, भय आदि जैसी नकारात्मक भावनात्मक स्थितियों को धीरे धीरे खत्म करने में मदद करता है। 

दरअसल भ्रामरी प्राणायाम एक ऐसा योग है, जोकि काली मधुमक्खी से बना है यानि जैसे कि काली मधुमक्खी आवाज निकालती है, वैसी ही आवाज भ्रामरी योग करते समय साँस छोड़ते समय आती है। यह मधुमक्खी की भिनभिनाहट जैसी होती है। इसलिए, भ्रामरी प्राणायाम को बी ब्रीथ भी कहते हैं। भ्रामरी प्राणायाम ब्लड प्रेशर को कम करता है, जिससे हाई ब्लड प्रेशर की परेशानी से राहत मिलती है। इसके साथ ही यह तनाव को दूर करता है, बेहतर नींद के लिए इसे रात को किया जाने वाले योग के रूप में शामिल किया जाता है। भ्रामरी योग पीनियल और पिट्यूटरी ग्रैंड को जाग्रत करता है और उन्हें लाभ पहुंचाता है।

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